गर्भावस्था के दौरान व्रत रखना बहुत हद तक आपके शरीर पर निर्भर करता है. जब आप अंदर से अच्छा महसूस कर रही हैं, तब उपवास रखने में कोई परेशानी नहीं है. लेकिन कुछ मामलों जैसे शरीर में खून की कमी, कमजोरी, उच्च रक्तचाप या मधुमेह में डॉक्टर गर्भवती महिला को उपवास रखने की सलाह नहीं देते. क्योंकि, इससे न केवल आपको बल्कि आपके गर्भ में पल रहे शिशु को भी नुकसान हो सकता है.
ऐसे में गर्भवती महिला को निर्जला उपवास नहीं रखना चाहिए. पानी मां और बच्चे दोनों के लिए बहुत जरूरी है. अगर फिर भी ऐसा करती हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि कहीं डिहाइड्रेशन तो नहीं हो रहा. निर्जला उपवास रखने पर नारियल पानी, दूध व जूस जैसे पेय पदार्थ लें.
फल, सब्जी, जूस से शरीर में पानी की जरूरत भी पूरी होती है और पोषक तत्व भी मिल जाते हैं. उपवास में कॉफी या चाय का सेवन न करें या फिर कम से कम करें. अगर मौसम काफी गर्म या उमस भरा हो तो घर के अंदर ही रहें. उपवास के दौरान व्यायाम या कोई भारी काम मत करें. व्रत तोड़ने के दौरान शुरू में एक ग्लास जूस या नारियल पानी पीएं. इसके बाद कुछ हल्का खाना खाएं. समय-समय पर चिकित्सीय जांच कराती रहें.