उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बनाये गये 49 फेयर प्राइस शॉप से कम कीमत पर प्याज बेचा जा रहा है, प्रत्येक व्यक्ति को 500 ग्राम प्याज बेचा जा रहा है.
उन्होंने बताया कि राज्य में प्रति वर्ष 8.5 लाख टन प्याज की खपत होती है, जबकि प्याज का उत्पादन यहां मात्र चार लाख टन होता है. बाकी प्याज अन्य राज्यों से मंगाया जाता है. हालांकि पहले यहां सिर्फ एक लाख टन प्याज का ही उत्पादन होता था, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पहल के बाद इसे बढ़ा कर चार लाख टन कर दिया गया है.