धालभूमगढ़ : धालभूमगढ़ के नरसिंहगढ़ वन परिसर क्षेत्र स्थित नुवाग्राम पहाड़ से अवैध पत्थर उत्खनन और साल वृक्षों का पातन धड़ल्ले से जारी है. वन सुरक्षा एवं प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विराम टुडू ने बताया कि समिति की ओर से अवैध पत्थर उत्खनन और साल वृक्षों का पातन रोकने के लिए मजदूरों को मना किया गया है.
मजदूरों ने समिति की बातों को मानने से इनकार कर दिया. मजदूर कबाड़ी मालिक बन कर वन भूमि में पत्थरों का अवैध उत्खनन करते हैं. हथौड़ा से तोड़ कर पत्थर को मांग के मुताबिक साइज बनाते हैं. प्रति सौ सीएफटी पत्थरों की मजदूरी 500 रुपये मिलते हैं. अवैध पत्थर उत्खनन के लिए साल वृक्षों को काटा जाता है. इसके अलावे साल वृक्ष काट कर साइज के मुताबिक रोला बना कर टपाया जाता है. गांव में अगर मजदूरों को समझाया जाता है तो वे कहते हैं
कि वन भूमि पर अवैध पत्थर उत्खनन और वृक्षों के पातन के अलावे रोगार के कहां अवसर हैं. अवैध पत्थर टपाने वाले उन्हें समझाने वालों के खिलाफ मजदूरों को भड़का देते हैं. नुवाग्राम पहाड़ पर अवैध पत्थर उत्खनन से प्राकृतिक साल के रूट और शूट नष्ट हो रहे हैं. नुवाग्राम पहाड़ से अवैध उत्खनन किये गये पत्थरों को सड़क निर्माण और नहर निर्माण के कार्यों में लगाया जा रहा है.वन क्षेत्र पदाधिकारी चाकुलिया गोरख राम ने दूरभाष पर बताया कि पहाड़ का पत्थर कौन और कहां ले जा रहा है. इसकी जानकारी लेते हैं.