तीन घंटे की मैराथन मीटिंग के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए ममता ने कहा कि उत्तर बंगाल में विकास की धारा बहेगी. उत्तर बंगाल नेपाल, भूटान, चीन व बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से सटा होने के कारण सिलीगुड़ी इसका सबसे प्रमुख ट्रांजिंट प्वाइंट है, इसलिए सिलीगुड़ी के तेंजिंग नोर्गे बस टर्मिनस को इंटरनेशल बस स्टैंड बनाने का निर्देश पर्यटन दफ्तर और एसजेडीए को दिया गया है. साथ ही इस बस स्टैंड की आय बढ़ाने के लिए टर्मिनस को कई मंजिला बनाकर कॉमर्शियल कामों में लगाने का सुझाव भी ममता ने दिया. इसके अलावा लोकल बस स्टैंड को भी और दुरस्त करने का निर्देश ममता ने दिय है.
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उत्तर बंगाल पर ‘ममता’ हुई मेहरबान
सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल पर ‘ममता’ मेहरबान हुई है. दोबारा राज्य में सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं. बुधवार को सिलीगुड़ी के निकट फूलबाड़ी-कामरांगागुड़ी स्थित मिनी सचिवालय में तीन जिलों दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी व कूचबिहार के प्रशासनिक बैठक के दौरान पूरे उत्तर बंगाल के विकास के लिए […]
सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल पर ‘ममता’ मेहरबान हुई है. दोबारा राज्य में सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं. बुधवार को सिलीगुड़ी के निकट फूलबाड़ी-कामरांगागुड़ी स्थित मिनी सचिवालय में तीन जिलों दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी व कूचबिहार के प्रशासनिक बैठक के दौरान पूरे उत्तर बंगाल के विकास के लिए ममता ने अपना पिटारा खोल दिया.
ममता ने कहा कि पहाड़-समतल, तराई-डुआर्स में पर्यटन का और विकास होगा. सुकना जंगल और गाजलडोबा को पर्यटन हब बनाने का काम जारी है. दोनों पर्यटन केंद्रों में हाथी सफारी व पक्षी विहार को और विकसित किया जा रहा है. जल्द ही दोनों जगह हाथी सफारी शुरू हो जायेगी. चाय उद्योग को बचाने और श्रमिकों की दशा सुधारने को लेकर भी सरकार कई योजनाओं पर कार्य कर रही है. योजनाओं का खाका प्रायः बनकर तैयार है केवल अमलिजामा पहनाना बाकी है. साथ ही ममता ने जिलाधिकारियों (डीएम) को अपने कार्यकाल के दौरान किये गये सभी कार्यों को डायरी में नोट करने की सलाह दी. इसकी वजह उन्होंने कहा कि जब डीएम का तबादला हो जाये तो नये डीएम को कामकाज में कोई असुविधा न हो.
वन विभाग को ममता की फटकार
जंगलों से हो रही लकड़ी चोरी को लेकर ममता ने वन विभाग को जमकर फटकार लगायी. उन्होंने वन विभाग को कड़े शब्दों में कहा कि वन संपदा की चोरी कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी. चोरी को रोकने के लिए मैन पावर बढ़ाने एवं जरूरी अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने का सुझाव ममता ने वन विभाग को दिया. उन्होंने विभागीय अधिकारियों को सलाह देते हुए कहा कि जंगलों से हो रही लकड़ी चोरी की जगहों को चिह्नित करे. वहां वाच टावर से नजर रखें. जरूरत पड़ने पर और भी वाच टावर बनाये एवं सीसीटीवी कैमरे भी जंगल में जगह-जगह लगाएं. साथ ही सुरक्षा के कामों में जंगलों में रह रहे वनवासियों का भी इस्तेमाल करें. ममता ने वन विभाग को निर्देश दिया कि जंगल संपदा की सुरक्षा के दौरान वन्य-प्राणियों और वनवासियों को किसी तरह की हैरानी-परेशानी न हो. वन संपदा की सुरक्षा को लेकर वन विभाग को पुलिस प्रशासन से भी सहयोग लेने की सलाह दी.
बंगाल सफारी को फ्लॉप करार दिया
सिलीगुड़ी के निकट सौर्या पार्क को बंगाल सफारी में तब्दील करने की अपनी अति महत्त्वपूर्ण परियोजना को ममता ने फ्लॉप करार दिया. उन्होंने कहा कि सफारी के प्रथम चरण का कार्य पूरा होने पर जब वह इसी साल के फरवरी महीने में सका वह उद्घाटन करने आयी थीं, तो वह खुद जंगलों में जानवरों को न देख कर ठगी रह गयी. आम आदमी जो रूपये खर्च कर यहां घूमने आयेगा तो स्वाभाविक रूप वह ठगा महसूस करेगा. उन्होंने कहा कि अब इस परियोजना को वह खुद देखेंगी. ममता ने संबंधित विभागों के अधिकारियों और मंत्रालय को परियोजना को जल्द पूरा करने, जंगल में वन्य-प्राणियों को बढ़ाने और इ-टिकट बुकिंग परिसेवा जल्द शुरू करने की सलाह दी.
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