27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

प्रतिबंध के बावजूद फोड़े कानफोड़ू पटाखे

बच्चे-बूढ़े व बीमार हुए परेशान कुत्ते व अन्य पालतू पशुओं पर आफत सिलीगुड़ी : दीपावली की रात सिलीगुड़ी शहर में कानफोड़ू पटाखों ने आम लोगों का जीना दूभर कर दिया. पुलिस ने तेज आवाजवाले पटाखों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी, लेकिन जैसे-जैसे रात गहराती गयी यह साबित होता गया कि पुलिस […]

बच्चे-बूढ़े व बीमार हुए परेशान

कुत्ते व अन्य पालतू पशुओं पर आफत
सिलीगुड़ी : दीपावली की रात सिलीगुड़ी शहर में कानफोड़ू पटाखों ने आम लोगों का जीना दूभर कर दिया. पुलिस ने तेज आवाजवाले पटाखों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी, लेकिन जैसे-जैसे रात गहराती गयी यह साबित होता गया कि पुलिस की चेतावनी का कोई खास असर नहीं पड़ा है. खासकर रोगियों, बच्चों तथा बुजुर्गों को कानफोड़ू पटाखों से काफी परेशानी हुई. यहां उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी में तेज आवाजवाले पटाखे बेचने तथा इसके फोड़ने पर पूरी तरह पाबंदी है.
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने पहले ही कह दिया था कि न केवल प्रतिबंधित पटाखे बेचनेवालों, बल्कि उनको जलानेवालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी. वैसे कई लोगों का कहना है कि इस बार भी लोगों ने पाबंदी को तोड़ा, पर अन्य सालों के मुकाबले पटाखों के शोर में कुछ कमी दिखी.
सिलीगुड़ी शहर में दीपावली की रात आठ बजे से पटाखे जलने शुरू हो गये. देर रात तक लोगों ने तेज आवाजवाले पटाखे जलाकर मस्ती की. इस ओर जरा भी ध्यान नहीं दिया कि धूमधड़ाम की आवाज से काफी लोगों को परेशानी होगी. सिलीगुड़ी के सभी वार्डों में ऐसे पटाखे जलाये गये. आलम यह था कि सिलीगुड़ी जिला अस्पताल के आसपास जितनी भी कॉलोनियां बनी हुई हैं, वहां भी तेज आवाजवाले पटाखे जलाये गये.
अस्पताल के कर्मचारियों के अनुसार, जिला अस्पताल में भारी संख्या में मरीज भर्ती हैं.
सिलीगुड़ी शहर में इन दिनों डेंगू का भी प्रकोप है. डेंगू के इतने मरीज आ रहे हैं कि जिला अस्पताल में बेडों की संख्या कम पड़ गई है. जमीन पर रोगियों की चिकित्सा की जा रही है. तेज आवाजवाले पटाखों की वजह से मरीज चौंक कर उठ जाते थे. अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि रात करीब दो बजे तक अस्पताल में पटाखों की आवाज सुनाई देती रही. इससे रोगी काफी परेशान थे.
इधर, कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ने को लेकर सिलीगुड़ी के विभिन्न पर्यावरण प्रेमी संगठनों ने सिलीगुड़ी पुलिस तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पर भी हमला बोला है. प्रमुख पर्यावरणविद तथा नैफ के सलाहकार अनिमेष बसु ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी शहर एक तरह से अभिभावकविहीन हो गया है. शहर को कोई देखनेवाला नहीं है.
उन्होंने पुलिस को भी आड़े हाथों लिया. श्री बोस का कहना है कि दीपावली से पहले पुलिस तेज आवाज वाले पटाखों के खिलाफ अभियान चलाने की बात कर रही थी. लेकिन जिस तरह से पटाखे फूटे हैं, उससे लगता नहीं है कि पुलिस ने कोई अभियान चलाया है. एक्का-दुक्का मामलों को छोड़ दें, तो पटाखों की भारी जब्ती नहीं हुई. न ही किसी की गिरफ्तारी हुई है. श्री बसु ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के काम-काज पर भी सवालिया निशान लगाया है. उन्होंने कहा है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी आखिकर क्या कर रहे हैं. ऐसा नहीं है कि सिर्फ एक दिन की यह समस्या है. छठ पूजा तक लगातार प्रतिबंधित पटाखे जलेंगे. दूसरी तरफ सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों का कहना है कि प्रतिबंधित पटाखों के खिलाफ अभियान जारी है. न केवल भारी मात्रा में पटाखों की जब्ती हुई है, बल्कि कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
कहां से मिले प्रतिबंधित पटाखे?: सिलीगुड़ी शहर में प्रतिबंधित पटाखों की बिक्री रोकने तथा सुरक्षा के दृष्टिकोण से पिछले कुछ वर्षों से एक निर्धारित स्थान पर पटाखा बाजार लगाया जाता है. पुलिस तथा अग्निशमन विभाग की देखरेख में पटाखों की बिक्री होती है. यह सही है कि पटाखा बाजार से प्रतिबंधित पटाखों की बिक्री नहीं हुई है. ऐसे में स्वाभाविक तौर पर यह प्रश्न उठ रहा है कि आखिरकार इतने बड़े पैमाने पर दीपावली की रात तेज आवाज वाले पटाखे कैसे जले. जब इस मामले की छानबीन की गयी, तो पता चला कि पुलिस की नजर सिलीगुड़ी शहर के प्रमुख बाजारों पर थी, जबकि वास्तविकता यह है कि तेज आवाजवाले पटाखों की बिक्री विभिन्न कालोनियों तथा गली-मोहल्ले में परचून तथा पान दुकानों से हुई है. अभी भी शहर के प्रमुख सड़कों से दूर विभिन्न मोहल्लों में प्रतिबंधित पटाखे बिक रहे हैं. दरअसल इन दुकानों पर पुलिस की नजर नहीं पड़ रही है. हालांकि डीसीपी गौरव लाल का कहना है कि प्रतिबंधित पटाखों के खिलाफ अभियान जारी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अन्य खबरें