मानिकचक के विधायक मुक्ताकिन आलम ने तट कटाव से क्षतिग्रस्त इलाकों का जायजा लिया. उन्होंने ग्रामीणों के साथ बातचीत भी की. उन्होंने कहा कि तट कटाव से निपटने के लिए सिंचाई विभाग के जिलाधिकारियों को आपातकालीन स्थिति पर काम करने के लिए अनुरोध किया जा रहा है. सिंचाई विभाग ने इस कटाव के लिए फरक्का बैरेज प्रबंधन को ही जिम्मेदार ठहराया है. सिंचाई विभाग के अनुसार, कुछ सालों पहले फरक्का बैरेज प्रबंधन ने वन टाइम प्रोजेक्ट के तहत 40 करोड़ रुपये खर्च कर तट कटाव के रोकथाम के लिए काम किया था.
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भूतनी इलाके में गंगा नदी का कटाव फिर शुरू
मालदा. मानिकचक ब्लॉक के भूतनी इलाके में गंगा नदी का तट कटाव एकबार फिर नये सिरे से शुरू हो गया है. गुरुवार रात को भूतनी थानांतर्गत केसरपुर व राजकुमारटोला इलाके में करीब 200 मीटर इलाका नदी के तेज बहाव से कट गया. ग्रामीणों में एकबार फिर बाढ़ की आशंका देखी जा रही है. मानिकचक के […]
मालदा. मानिकचक ब्लॉक के भूतनी इलाके में गंगा नदी का तट कटाव एकबार फिर नये सिरे से शुरू हो गया है. गुरुवार रात को भूतनी थानांतर्गत केसरपुर व राजकुमारटोला इलाके में करीब 200 मीटर इलाका नदी के तेज बहाव से कट गया. ग्रामीणों में एकबार फिर बाढ़ की आशंका देखी जा रही है.
लेकिन ठीक से काम नहीं किये जाने के कारण भूतनी इलाके में एकबार फिर से तट कटाव की समस्या शुरू हो गयी है.सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राजकुमार टोला में नया बांध निर्माण किया गया है. लेकिन केसरपुर इलाके में फरक्का प्रबंधन ने अच्छा काम नहीं किया था. यहां बांध के एकदम निकट तट कटाव होने से बांध क्षतिग्रस्त होने की आशंका बनी हुई है.
यहां पर कटाव रोकने के लिए बोल्डर व पिचिंग क्रेट के जरिये अस्थायी रूप से समस्या का समाधान किया जायेगा. सिंचाई विभाग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, केसरपुर व राजकुमारटोला इलाके में तट कटाव के रोकथाम के लिए राज्य सरकार की ओर से 34 लाख रुपये आवंटित किया गया है. इस रुपये से आपातकालीन स्तर पर काम शुरू किया जायेगा. सिंचाई विभाग की इंजीनियर अपर्णा भक्त ने बताया कि भूतनी इलाके में आपातकालीन स्तर पर काम शुरू करने की पहल की गयी है. उन्होंने जल्द काम शुरू होने व समस्या का समाधान होने की आशा जतायी.
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