तत्कालीन सांसद रवींद्र कुमार पांडेय के प्रतिनिधि देवराज कुमार एसडीअो के पास गये और उन्हें सांसद से मोबाइल पर बात करने को कहा, लेकिन एसडीअो ने कहा कि उन्हें किसी से बात नहीं करनी है. इस मामले को लेकर सांसद ने सरकार से शिकायत की थी. इसके बाद कार्मिक विभाग ने एसडीअो से जवाब मांगा. साथ ही गिरिडीह के उपायुक्त से भी जांच प्रतिवेदन मांगा.
एसडीअो ने लिखा कि वह उच्च न्यायालय के आदेश से बाजार में सरकारी जमीन पर से अवैध कब्जा हटा रहे थे. इस बीच भीड़ में से देवराज आये और उन्हें मोबाइल पर सांसद से बात करने को कहा. एसडीअो ने लिखा कि ठीक से सुनायी भी नहीं दे रहा था और स्थिति भी ऐसी नहीं थी कि वहां भीड़ में बात की जा सके. हालांकि बाद में उन्होंने सांसद से बात की. इसके बाद इस मामले में गिरिडीह डीसी ने भी अपनी रिपोर्ट दी. एसडीअो के जवाब व डीसी के मंतव्य के बाद सरकार ने उनके मामले को बंद कर दिया.