बैठक में निगरानी कमेटी के सदस्य, सेल संचालन समिति, मुंशी व जी 25 के सदस्य शामिल थे. मौके पर लोकल सेल के मुंशी सहित सेल से जुड़े लोगों ने कहा कि परियोजना से इ-ऑक्शन के कोयला का उठाव हाइवा से हो रहा है. इससे विस्थापितों को नुकसान हो रहा है. कुछ लोग परियोजना के लोकल सेल को बंद करने की साजिश कर रहे हैं.
सेल से लाभान्वित होनेवालों लोगों ने निगारनी कमेटी को गलत बता कर परियोजना में अलग से मोरचा बना कर राजनीति कर रहे हैं. जबकि निगरानी कमेटी हाइवा का विरोध कर रही है. लोगों की बातों को सुनने के बाद पूर्व विधायक सह निगरानी कमेटी के सदस्य खीरू महतो ने कहा कि झारखंड परियोजना से प्रभावित सभी लोगों को लोकल सेल से हक मिल रहा है. इसके बाद भी निगरानी कमेटी के नाम को विस्थापितों के बीच बेचा जा रहा है. यह गलत है.
परियोजना से प्रभावित विस्थापितों के बीच सेल से जुड़ी निगरानी कमेटी के सदस्य 24 अगस्त को इचाकडीह, हुरदाग, पचमो, रहावन, तितिरमरवा, ठोरठाटांड़, लइयो महावीर मंदिर व लइयो चौक का नगर भ्रमण करेंगे. 25 अगस्त को नवाडीह, झरना बस्ती, जोंडागोरा, चोपड़ा मोड़, जीतराटांगरी, केदला चौक व केदला बस्ती का नगर भ्रमण किया जायेगा. विस्थापितों की जमीन के बदले नौकरी, मुआवजा, परियोजना में चल रहे हाइवा सहित अन्य मुद्दाें को लेकर 28 अगस्त को निगरानी कमेटी प्रदर्शन करेगी.
निगरानी कमेटी के सदस्य बालेश्वर महतो, शंकर सिंह, राजू महतो, मदन महतो, दासो महतो ने भी अपने विचार रखे. बैठक में पूर्व मुखिया विनोद रजवार, बालेश्वर तुरी, प्रमोद महतो, बासुदेव महतो, लालदेव महतो, परमेश्वर नायक, इंद्रनाथ महतो, लालधर महतो, आर सिंह, कंचन महतो, कार्तिक महतो, शंकर महतो, किशुन महतो, प्रकाश करमाली, सुरेंद्र महतो, शिवलाल महतो, सोहन महतो, भुनेश्वर, प्रेमचंद महतो, नरेश, सुरेश, चितरंजन, शाकीर, भुनेश्वर रजवार, आनंद, महेश, गुरुचरण उपस्थित थे.