27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

न्यूरो सर्जन के खिलाफ धोखाधड़ी का केस

पूर्णिया : लाइन बाजार स्थित स्टेट बैंक कृषि विकास शाखा के शाखा प्रबंधक अमरेंद्र प्रसाद ने बिहार टॉकिज रोड स्थित चौधरी न्यूरो एवं अर्थो ट्राॅमा हॉस्पीटल के संचालक न्यूरो सर्जन डाॅ विजय कुमार चौधरी के खिलाफ धोखाधड़ी कर बैंक का 50 लाख का ठगी करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को सहायक खजांची थाने में […]

पूर्णिया : लाइन बाजार स्थित स्टेट बैंक कृषि विकास शाखा के शाखा प्रबंधक अमरेंद्र प्रसाद ने बिहार टॉकिज रोड स्थित चौधरी न्यूरो एवं अर्थो ट्राॅमा हॉस्पीटल के संचालक न्यूरो सर्जन डाॅ विजय कुमार चौधरी के खिलाफ धोखाधड़ी कर बैंक का 50 लाख का ठगी करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को सहायक खजांची थाने में मामला दर्ज कराया है.

बैंक ने डाॅ चौधरी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने एसबीआइ कृषि विकास शाखा से अपने संस्था चौधरी न्यूरो एवं ट्राॅमा हॉस्पीटल के नाम पर व्यावसायिक उत्थान के लिए डॉक्टर प्लस योजना के तहत सीटी स्कैन, एक्सरे मशीन, अल्ट्रासाउंड मशीन व स्वचालित जेनरेटर सेट के लिए ऋण स्वीकृत कराया था. मशीनों की आपूर्ति के लिए कोलकाता के इंसोनिक मेडिकल सिस्टम इंडस्ट्रियल हाइड्रोलिक स्पेयर नामक कंपनी के कोटेशन के आधार पर बैंक ने 57 लाख का ऋण
न्यूरो सर्जन के…
स्वीकृत किया. दर्ज आवेदन में कहा गया है कि 29 फरवरी 2016 को डाॅ चौधरी के लिखित आग्रह पर 49 लाख 80 हजार रुपये सप्लायर कंपनी के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया. सप्लायर ने 90 दिनों के अंदर डाॅ चौधरी के हॉस्पीटल में उपकरण स्थापित करने का वादा किया था. लेकिन सप्लायर ने मशीन की आपूर्ति नहीं की और बैंक को झूठा दिलासा देता रहा. बैंक ने डाॅ चौधरी पर सप्लायर के साथ मिल कर धोखाधड़ी कर बैंक का ऋण गबन करने का आरोप लगाया है.
डाॅ चौधरी ने आरोप से किया इनकार
डाॅ चौधरी बैंक के आरोप से इनकार करते हैं. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि बैंक ने ऋण उन्हें नहीं, बल्कि कोलकाता के एक कंपनी को दिया था. कहा कि बैंक को सप्लायर के विरुद्ध कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन नहीं की गयी. डाॅ चौधरी ने बताया कि उन्होंने सप्लायर के खाते में बैंक को देने के लिए विभिन्न तिथि में 15 लाख रुपया जमा किया, लेकिन सप्लायर ने वह रुपया बैंक में जमा नहीं कर गबन कर लिया. इस बात की सूचना शाखा प्रबंधक को दी गयी थी. उन्होंने कहा कि जब बैंक के वरीय अधिकारी द्वारा ऋण व वसूली का दबाव शाखा प्रबंधक के ऊपर पड़ने लगा तो उन्होंने बैंक अधिकारियों को झांसा देने के लिए उनके खिलाफ मामला दर्ज करा दिया.
सप्लायर के साथ मिल कर बैंक का 50 लाख रुपये ठगने का आरोप

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें