28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

मोदी-शाह का मंत्र : गरीब-हितैषी और सुशासन को बनाएं एजेंडा

हाइलाइट्स : शाह ने भाजपा मुख्यमंत्रियों से केंद्र के गरीब समर्थक एजेंडे को प्रभावी तरीके से लागू करने को कहा हाइलाइट्स : इंदिरा गांधी की राह पर भाजपा-मोदी की राजनीति, श्रीमतीगांधी ने दिया था गरीबी हटाओ का नारा नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ शीर्ष केंद्रीय नेताओं की आज […]


हाइलाइट्स : शाह ने भाजपा मुख्यमंत्रियों से केंद्र के गरीब समर्थक एजेंडे को प्रभावी तरीके से लागू करने को कहा

हाइलाइट्स : इंदिरा गांधी की राह पर भाजपा-मोदी की राजनीति, श्रीमतीगांधी ने दिया था गरीबी हटाओ का नारा


नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ शीर्ष केंद्रीय नेताओं की आज हुई बैठक में पार्टी ने उन्हें स्पष्ट रूप से कहा कि वे राज्यों में गरीब समर्थक होने व सुशासन को एजेंडा बनायें. भाजपा ने गरीबों के लिए कल्याण के लिए पार्टी शासित राज्यों द्वारा अपनाये जाने वाले एजेंडा को अंतिमरूप देने के लिएआज समिति भी बनायी. इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि वह अपने राज्यों को केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए आदर्श बनाएं. ध्यान रहे कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा की राज्य इकाइयों के कोर ग्रुप के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्हें कहा था कि गरीबी व भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए अगले 30-35 साल तक चुनाव जीतना भाजपा का राष्ट्रीय कर्तव्य है. ऐसे में आज की गयी पहल, इस बात का संकेत है कि भाजपा गरीब केंद्रित राजनीति करेगी और भाजपा की सरकार गरीब केंद्रित शासन देगी. ध्यान रहे कि बहुत हद तक इस फार्मूले पर इंदिरा गांधी ने लंबे समय तक शासन किया था. उन्हाेंने गरीबी हटाओ का नारा दिया था.

Undefined
मोदी-शाह का मंत्र : गरीब-हितैषी और सुशासन को बनाएं एजेंडा 3


भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह व अन्य केंद्रीय नेता.


भाजपा ने कामकाज की राजनीति के युग की शुरुआत की : अमित शाह


भाजपा के ‘‘कामकाज की राजनीति’ के युग में पदार्पण करने को रेखांकित करते हुए पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने आज पार्टी के मुख्यमंत्रियों से कहा कि वे अपने राज्यों को केंद्र के ‘‘गरीब समर्थक और सुशासन ‘ के एजेंडे के क्रियान्वयन में प्रभावी माध्यम बनाएं. अमित शाह ने कहा कि पार्टी देश के 51 फीसदी से अधिक भूभाग और 37 फीसदी आबादी पर राज करती है तो ऐसे में राज्य मोदी सरकार की कल्याणकारी नीतियों की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे क्योंकि वे केंद्र द्वारा शुरू की गयी ऐसी 80 में से 65 योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जिम्मेदार हैं.

पार्टी के मुख्यमंत्रियों, उपमुख्यमंत्रियों और सभी प्रदेश अध्यक्षों के एक दिवसीय बैठक के उद्घाटन सत्र में शाह ने उपरोक्त बात कही. पार्टी के मई, 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद यह पहली ऐसी बैठक है. इस बैठक से कुछ ही पहले शाह और प्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदी ने राज्य इकाइयों की कोर समिति की बैठक में पार्टी के ‘‘गरीब-हितैषी और सुशासन’ का एजेंडा रखा था. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था किगरीबीऔर भ्रष्टाचार दूर करने के लिए भाजपा को अगले 30-35 साल शासन में रहने की जरूरत है अौर इसलिए चुनाव जीतना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है.

Undefined
मोदी-शाह का मंत्र : गरीब-हितैषी और सुशासन को बनाएं एजेंडा 4



छत्रपति महाराज कीप्रतिमा पर पुष्प चढ़ाते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, साथ में हैं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह व अन्य नेता.


विपक्ष के हमले से उबरने की राह

ऐसे वक्त में जब पार्टी दलितों और अल्पसंख्यकोंं के मुद्दे को लेकर विपक्ष के निशाने पर है, उसका मानना है कि कल्याणकारी योजनाओं, विशेषरूप से गरीबों के लिए, पर खास ध्यान देने से वह राजनीतिक दिक्कतों से बचेगी और कमजोर तबके तक पहुंच सकेगी.

शाह ने कहा, ‘‘भाजपा ने देश में कामकाज की राजनीति का अध्याय शुरू किया है. भाजपा की प्रदेश सरकारें सिर्फ अपने कामकाज के आधार पर बार-बार चुनी गयीं हैं. यह केंद्र और राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि हम साथ मिलकर गरीबों के लिए कल्याणकारी राज्य बनाएं और आम जनता के जीवन को बदलें.’

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रीदेवेंद्र फडणवीस ने बाद में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमित शाह ने केंद्र की नीतियों के प्रभावी कियान्यवयन की बात कही.

उन्होंने कहा कि सभी राज्यों ने अपने कार्यों का प्रेजेंटेशन दिया और बताया कि वे आगे और क्या करना चाहते हैं. खास तौर से कृषि, महिला सशक्तीकरण और रोजगार के क्षेत्र में उनकी क्या योजनाएं हैं.

उन्होंने कहा कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं. वरिष्ठ मंत्रियों ने उनका प्रतिनिधित्व किया. यह पूछने पर कि क्या उत्तर प्रदेश चुनाव के बारे में भी बैठक में चर्चा हुई, फडणवीस ने कहा कि बैठक का एजेंडा शासन था, राजनीति नहीं.

मुख्यमंत्रियों की बैठक छह भागों में बांटी गयी थी. उद्घाटन सत्र, गरीबों के लिए कल्याणकारी एजेंडा, ऐसी सफल योजनाएं जिन्हें अन्य राज्यों में भी लागू किया जा सकता है पर मुख्यमंत्रियों का प्रेजेंटेशन, सोशल मीडिया पर भाजपा सरकाराें की उपस्थिति, चुनौतियां और उनसे निपटने के तरीके तथा और समापन समारोह.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अन्य खबरें