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Friday, March 29, 2024

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चंपारण सत्याग्रह : घर-घर पहुंचायेंगे बापू के विचार

मोतिहारी से शैलेंद्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष में हम घर-घर बापू के विचारों को फैलायेंगे. बड़े से लेकर एक सौ आबादी वाले मोहल्लों तक हर घर में बाबू के विचारों के साथ दस्तक देंगे. इसके लिए पूरे साल भर की कार्ययोजना तैयार की गयी है. इसकी औपचारिक […]

मोतिहारी से शैलेंद्र
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष में हम घर-घर बापू के विचारों को फैलायेंगे. बड़े से लेकर एक सौ आबादी वाले मोहल्लों तक हर घर में बाबू के विचारों के साथ दस्तक देंगे. इसके लिए पूरे साल भर की कार्ययोजना तैयार की गयी है. इसकी औपचारिक शुरुआत 10 अप्रैल को पटना से होगी. इसमें दो दिनों का विमर्श रखा गया है. इसके बाद 15 अप्रैल को चंपारण स्मृति यात्रा निकलेगी. 17 अप्रैल को देश भर के स्वतंत्रता सेनानियों का पटना में सम्मान किया जायेगा.
मुख्यमंत्री सर्व सेवा संघ की ओर से आयोजित तीन दिवसीय चंपारण सत्याग्रह शताब्दी सम्मेलनके उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे. इसका आयोजन ऐतिहासिक मुंशी सिंह महाविद्यालय (एमएस कॉलेज) में हो रहा है. मुख्यमंत्री ने अपने वक्तव्य की शुरुआत पर्यावरण से की. कहा कि किसी भी कीमत पर गंगा की अविरलता को बनाया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम किसी बांध के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन गंगा की अविरलता को बनाये रखने के लिए बड़े फैसले लेने पड़े, तो लेना चाहिए. फरक्का बांध के निर्माण के बाद जिस तरह से गंगा में सिल्ट जमा है, उससे नदी की गहराई कम हुई है. अगर हम समय से कदम नहीं उठायेंगे, तो आनेवाले समय में बड़े संकट का सामना करना पड़ेगा. मुख्यमंत्री ने केंद्र की नमामि गंगे परियोजना और यूपीए सरकार की ओर से गंगा की सफाई के लिए किये गये प्रयासों का जिक्र भी किया. कहा कि अभी लोगों को महात्मा गांधी पसंद हैं, लेकिन उनके विचारों पर लोग नहीं चलना चाहते हैं. हम प्रचार और शोर-शराबे में विश्वास नहीं रखते हैं.
हम काम करना चाहते हैं. समाज में दोनों धाराएं हैं, लेकिन हम अगर 10% लोगों को भी गांधी के विचारों से जोड़ लेते हैं, तो बड़ा सामाजिक परिवर्तन होगा. इसके लिए राज्य सरकार ने कार्यक्रम बनाये हैं. गांधी जी के विचारों पर आधारित फिल्म दिखायी जायेगी. स्कूलों में प्रार्थना के बाद गांधी जी के विचारों के बारे में छात्र-छात्राओं को बताया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपारण सत्याग्रह से पहले आजादी की लड़ाई चल रही थी, लेकिन यहां से आजादी की लड़ाई को नया मोड़ मिला और इसके 30 साल बाद देश आजाद हो गया. मुख्यमंत्री ने इसके बाद प्रदेश में लागू शराबबंदी की चर्चा की. कहा, हमारी सरकार ने पिछले 10 सालों में जो काम किये हैं, वो बापू, लोहिया, जेपी और कर्पूरी के विचारों से प्रभावित होकर किया है. शराबबंदी करके हमने गांधी जी के एक सपने को साकार किया है.

शराबबंदी से पहले दो महीने का विशेष अभियान भी चलाया, जिसमें एक करोड़ से ज्यादा लोग जुड़े थे. इसी साल नशामुक्ति को लेकर बनायी गयी मानव शृंखला में दो करोड़ लोगों के शामिल होने का लक्ष्य था, लेकिन चार करोड़ लोगों ने भाग लिया. मुख्यमंत्री ने गुरु गोविंद सिंह के 350 प्रकाश वर्ष और भगत सिंह की शहादत का जिक्र किया. साथ ही लोहिया जी के विचारों की भी चर्चा की. कहा कि वह 1967 का दौर था, जब हम पढ़ते थे. उस समय मैंने केवल एक बार लोहिया को सुना था.

गांधी के विचारों से दूर होगी असहिष्णुता
सीएम ने कहा कि आज पूरी दुनिया दो विचारधाराओं में बंट गयी है. अमेरिका में कुछ हो रहा है. अपने देश में देख लीजिए. जर्मनी में नाजी पार्टी के फिर से जीवंत करने की बात हो रही है. पाकिस्तान में शाह कलंदर के मजार पर हमला क्या संदेश देता है? लंदन में संसद पर हमले का प्रयास हुआ है. असहिष्णुता बढ़ रही है. इसका हल गांधी जी के विचारों में है.
देश और समाज के लिए बनाएं कार्यक्रम
मुख्यमंत्री ने पटना में होनेवाले गांधी जी के विचारों पर राष्ट्रीय विमर्श में भाग लेने के लिए लोगों को आमंत्रित किया और कहा कि आप लोग वहां आएं. दो दिवसीय विमर्श केवल वक्तव्यों तक सीमित नहीं हो. हम चाहते हैं कि कोई ऐसा कार्यक्रम बने, जो देश और समाज के काम आये.
हर दौर में नायक और खलनायक
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हम सब लोग संवेदनशील हो गये, तो हम मानते हैं कि दस से बीस साल में देश की तसवीर बदल जायेगी, लेकिन सबको समझा लेना संभव नहीं है. कुदरत ने इनसान को गढ़ा है. किसी भी दौर को याद करें. हर तरह से लोग रहे हैं. नायक भी रहे हैं और खलनायक भी रहे हैं. ये प्राकृतिक चीज है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. हमें अपना काम करना चाहिए.
सम्मेलन में आये अतिथियों का स्वागत सेवा संघ के अध्यक्ष महादेव विद्रोही ने किया. अध्यक्षता रामजी सिंह व संचालन रमेश पंकज ने किया. मंच पर गांधी जी के प्रपौत्र तुषार गांधी, मेधा पाटकर, स्वामी अग्निवेश, एसएन सुब्बाराव, बीबी राजगोपाल, गांधी स्मारक समिति के सचिव ब्रजकिशोर सिंह, जल पुरुष राजेंद्र सिंह, बीआरए बिहार विवि के कुलपति अमरेंद्र नारायण यादव आदि उपस्थित थे. धन्यवाद ज्ञापन एमएस कॉलेज के प्राचार्य एचएन ठाकुर ने किया.
साल भर चलेगा कार्यक्रम, 10 को पटना में होगी शुरुआत
महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने शराबबंदी को पूरे देश के लिए अनुकरणीय बताया. कहा कि शराबबंदी कर सीएम नीतीश कुमार ने बापू के सपने को साकार किया है. उन्होंने कहा कि आज जिस तरह से गरीबों व अमीरों के बीच दूरी बढ़ रही है, वह देश की सीमा के खतरे से भी बड़ी
मई से शुरू होगा ‘बापू आपके द्वार’ कार्यक्रम घर-घर होगी दस्तक

चंपारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने पर राज्य सरकार चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह का आयोजन करने जा रही है. इसकी शुरुआत 10 अप्रैल को महात्मा गांधी पर राष्ट्रीय विमर्श के साथ शुरू होगी. इसमें देश-विदेश के 66 गांधीवादी विचारक भाग लेंगे. यह शताब्दी समारोह 20 अप्रैल, 2018 तक चलेगा. इस दौरान मई महीने से ‘बापू आपके द्वार’ कार्यक्रम की शुरुआत होगी. इसमें जन शिक्षा के साक्षरता कर्मी घर-घर दस्तक देंगे और गांधी के बारे में बतायेंगे.

साथ ही शराबबंदी के बाद नशामुक्ति के लाभ को भी लोगों को बतायेंगे. दो साक्षरता कर्मियों का एक दल बनेगा और वह एक-एक कर अपने क्षेत्र के सभी घरों में जायेगा. साक्षरता कर्मी अपने साथ महात्मा गांधी के विचारों को बतायेंगे और एक पंपलेट हर घर में देंगे. राज्य में 1,68,214 बसावट हैं और इनमें करीब तीन लाख परिवार रहते हैं. जन शिक्षा के 48 हजार साक्षरता कर्मी सभी घरों में दस्तक देंगे. इसके लिए जिलावार साक्षरता कर्मी घरों के आधार पर एक साल का कार्यक्रम तैयार करेंगे, जिससे कि सभी घरों तक दस्तक दी जा सके. इससे पहले 15 अप्रैल को गांधी की स्मृति में मोतिहारी के चंदरहिया से मोतिहारी तक पदयात्रा निकाली जायेगी.
इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी शामिल होंगे. गांधी बिहार की जिन-जिन जगहों पर गये थे, वहां से पदयात्रा 10 अप्रैल को ही निकलेगी और 15 अप्रैल से पहले मोतिहारी के चंदरहिया पहुंचेगी. सूचना व जनसंपर्क विभाग शताब्दी समारोह को लेकर मल्टीमीडिया वैन भी चलायेगा, जो जिला व अनुमंडलों में जायेगा. इसमें टीवी समेत गांधी के विचारों के कोटेशन लगे होंगे. जगह-जगह पर यह गांधी पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखायी जायेगी. साथ ही फिल्म फेस्टिवल का भी आयोजन किया जायेगा. वहीं, पर्टयन विभाग तिरहुत प्रमंडल में जहां-जहां गांधी गये थे, वहां शिलालेख लगवायेगा. इसके अलावा जनशिक्षा के 124 कला जत्थे पंचायत में नुक्कड़ नाटक और गीतों का भी मंचन करेंगे.
मिडिल से प्लस टू तक स्कूलों में होगा गांधी वाचन
राज्य के सभी मिडिल, हाइ व प्लस टू स्कूलों में अप्रैल से ही गांधी वाचन का पाठ किया जायेगा. यह कार्यक्रम एक साल तक चलेगा. हर दिन स्कूल में चेतना सभा के बाद स्कूल के बाल संघ, मीना मंच या फिर शिक्षक गांधी के विचारों व उनके जीवनी का पाठ करेंगे.
10-11 अप्रैल को इन विषयों पर होगी परिचर्चा :-
गांधी का सत्याग्रह दर्शन
गांधी का शिक्षा दर्शन
गांधी का सामाजिक न्याय व महिला समानता दर्शन
युवाओं के गांधी
गांधी और पर्यावरण
ये लोग होंगे शामिल:-
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी, पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी, राजमोहन गांधी, सेवानिवृत्त न्यायाधीश राजेंद्र सच्चर, न्यायमूर्ति चंद्रशेखर धर्माधिकारी, गिरिराज किशोर, कुमार प्रशांत, पुरुषोत्तम अग्रवाल, राजेंद्र राही, अपूर्वानंद, महादेव विद्रोही, डॉ रजी अहमद, सच्चिदानंद सिन्हा, प्रो आइयंगर, डीएम दिवाकर, सुनील रे समेत अन्य शामिल होंगे.
सांस्कृतिक कार्यक्रम व नाटक :-
10 अप्रैल : शाम सात से साढ़े आठ
गंधर्व संगीत महाविद्यालय, दिल्ली की प्राचार्या का गांधी के लिए शास्त्रीय गायन
किलकारी बाल भवन के बच्चों द्वारा गांधी पर नाटक का मंचन
11 अप्रैल : शाम सात से साढ़े आठ
मोहन के महात्मा नाटक का मंचन, अभिनेता टॉप अल्टर होंगे भूमिका में
लोकनाथ : आइआइएम, अहमदाबाद के विनय एंड चारूल द्वारा गांधी के थीम पर जनपक्षीय गायन की प्रस्तुति
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