पार्टी प्रवक्ता डॉ अजय आलोक ने बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा की स्थिति विक्षिप्त जैसी हो गयी है. सीएम ने रोहतास, बक्सर, कैमूर और आरा जिले के जदयू पदाधिकारियों को भाजपा के आरोपों का मुंहतोड़ जवाब देने का आह्वान किया. उन्होंने सभी नेताओं को विधान परिषद चुनाव में गंठबंधन के सभी उम्मीदवारों को विजयी बनाने की अपील की. बैठक में उन्होने पार्टी की ओर से आयोजित युवा, किसान और भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ आंदोलन की विस्तार से चर्चा की.
पार्टी की ओर से 18 जून को किसान सम्मेलन, 20 को युवा सम्मेलन और 22 जून को प्रखंड कार्यालय में भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ धरना देने को सफल बनाने का निर्देश दिया. साथ ही 24 से तीस जून तक गांवों में परचा पर चरचा कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार की उपलब्धियों की विस्तार से चरचा करने का निर्देश दिया. साथ ही एक साल में केंद्र सरकार की घोषणाओं की जमीनी हकीकत और भाजपा के प्रचार प्रसार का जोरदार मुकाबला करने का टास्क दिया. बैठक को प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने भी संबोधित किया. श्री सिंह ने पार्टी नेताओं को निर्धारित कार्यक्रमों में भाग लेने तथा इसे सफल बनाने का आह्वान किया. पार्टी प्रवक्ता डॉ अजय आलोक ने बताया कि बैठक में चारों जिलों के जिलाध्यक्ष, प्रखंड अध्यक्ष, विधायक, विधान पार्षद, सांसद और राज्य सलाहकार समिति के सदस्य और कार्यकारिणी के सदस्य भी मौजूद थे.
बैठक में लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी और विधानसभा के प्रत्याशी भी उपस्थित थे. डॉ आलोक के मुताबिक सीएम ने कहा कि बिहार में कानून का राज हमने स्थापित किया है और आज गंठबंधन के कारण भाजपा भ्रम फैला रही है कि यहां जंगलराज आ गया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के रहते जंगलराज अकल्पनीय है. उन पर किसी का दबाव काम नहीं करता, पद के लिए उनकी कभी कोई इच्छा नहीं रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का कार्यक्रम बिहार एट 2025 विश्व का पहला कार्यक्रम है, जिसमें चार करोड़ लोगों से संवाद स्थापित किया जायेगा. उनकी राय से सरकार अगस्त के पहले सप्ताह में विजन डॉक्यूमेंट जारी करेगी.