27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

VIDEO : सेक्स स्कैंडल को लेकर बिहार में राजनीतिक बवाल, निखिल के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने की अपील

पटना : बिहार की राजधानी पटना में दलित नाबालिग लड़कीका यौन शोषण करने और सेक्स रैकेट मामले में अब नया मोड़ आ गया है. पुख्ता जानकारी के मुताबिक बिहार पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर मुख्य आरोपी निखिल प्रियदर्शी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने की अपील की है. बिहार पुलिस चाहती […]

पटना : बिहार की राजधानी पटना में दलित नाबालिग लड़कीका यौन शोषण करने और सेक्स रैकेट मामले में अब नया मोड़ आ गया है. पुख्ता जानकारी के मुताबिक बिहार पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर मुख्य आरोपी निखिल प्रियदर्शी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने की अपील की है. बिहार पुलिस चाहती है कि निखिल प्रियदर्शी देश छोड़कर कहीं भी बाहर ना जा पाये. वहीं इस मामले में फंसे अन्य आरोपी और कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय के खिलाफ जांच जारी है. जांचकर्ता टीम को ब्रजेश पांडेय के खिलाफ सबूत इक्कट्ठा करने को कहा गया है. गौरतलब हो कि बिहार कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय पर एक दलित लड़की के यौन शोषण का मामला दर्ज हुआ है. दलित लड़की कांग्रेस के एक पूर्व मंत्री की बेटी है.

आज दिन भर चला आरोप प्रत्यारोप का दौर

नाबालिग दलित लड़की से यौन शोषण और सेक्स रैकेट चलाने के मामले में कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय पर मामला दर्ज होने के बाद बिहार में सियासी भूचाल आ गया है. बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने मामले को विधानसभा सत्र के दौरान उठाने की बात कही है. वहीं बीजेपी के विधायक नितिन नवीन ने प्रभात खबर को बताया कि यह मामला दिसंबर में ही सामने आया था, लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. मीडिया द्वारा मामले को उछाले जाने के बाद अब सरकार पर दबाव है कि इस मामले की जांच कराए. नितिन ने कहा कि पहले सरकार इस मामले की लीपापोती करना चाहती थी. वहीं दूसरी ओर जदयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद ने कहा कि बिहार में कानून अपना काम करेगा. इस मामले में भी जांच चल रही है. बीजेपी का सदन में मामला उठायाजाना उनका अधिकार है, भाजपा को अपने स्व. विधायक राजकिशोर केसरी के बारे में भी एक मामला उठायाजाना चाहिए कि, आखिर उनकी हत्या किसलिए हुई थी?

कौन है निखिल और ब्रजेश

सूत्रों से मिली जानकारी की माने तो मुख्य आरोपित निखिल प्रियदर्शी एक पूर्व आइएएस का बेटा है. निखिल के एक बहनोई भी एसपी हैं. साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि निखिल प्रियदर्शी का दोस्त बिहार के एक वर्तमान में ऊंचे पद पर विराजमान पुलिस अधिकारी का बेटा है. निखिल का वाहन का अपना कारोबार भी है. इस सनसनीखेज वारदात में ढाई महीने पहले एफआइआर दर्ज करायी गयी थी, लेकिन उस वक्त जांच ने रफ्तार नहीं पकड़ा. वहीं ब्रजेश पांडेय प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष थे, जिन्होंने आरोप लगने के बाद उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. ब्रजेश पांडेय ने पूर्वी चंपारण के गोविंदगंज विधानसभा क्षेत्र से 2015 में विधानसभा चुनाव लड़ा था और हार गये थे.

ब्रजेश पांडेय की सफाई

इससे पूर्व मंगलवार को ब्रजेश पांडेय ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को इस्तीफे के साथ एक पत्र भेजा और उसमें अपनी सफाई पेश की. अशोक चौधरी को भेजे पत्र में ब्रजेश पांडेय ने कहा कि सुरभि प्रसाद द्वारा गलत ढंग से गंदे व घिनौने आरोप में फंसाने की साजिश रची जा रही है. पुलिस के सामने वीडियो रिकॉर्डिंग में दर्ज बयान में उसने कहीं पर किसी भी रूप में मेरा नाम नहीं लिया गया है. 24 दिसंबर 2016 को न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष दिये बयान में सुरभि प्रसाद ने मेरे बारे में चर्चा तक नहीं की है. इतने दिनों के बाद मेरा नाम लेकर सिर्फ मुझे किसी के इशारे पर परेशान करने की नियत से जानबूझ कर प्रताड़ित करने का प्रयास किया जा रहा है.


पीड़िता ने लगाये हैं संगीन आरोप

पीड़िता ने मीडिया के सामने निखिल प्रियदर्शी और ब्रजेश पांडेय पर गंभीर आरोप लगाये हैं. पीड़िता ने मंगलवार को बयान देकर साफ कहा कि निखिल प्रियदर्शी ने मेरे साथ जबरदस्ती की थी. मैं काफी डरी हुई थी, इसलिए इस मामले को नहीं उठाया, लेकिन अब मुझे फैमिली सपोर्ट मिला है. पीड़िता के मुताबिक कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडेय उसे दिल्ली ले जाना चाहते थे. पीड़िता ने मना किया तो निखिल बौखला गया. निखिल कई बड़े नेताओं के साथ भेजने की जबरन कोशिश करता था. साथ ही वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता था. पुलिस के पास पहुंचने पर निखिल ने हत्या कर देने की धमकी दी थी. पीड़िता ने निखिल पर मारपीट करशारीरिकरूप से करने के भी आरोप लगाये हैं. उसने यह भी कहा कि ब्रजेश पांडेय ने उसके साथ गलत काम करने की कोशिश की. पीड़िता ने कहा कि निखिल के एक भोजपुरी फिल्म एक्ट्रेस से भी गलत संबंध थे और निखिल का दोस्त एक बड़े पुलिस अधिकारी के दोस्त का बेटा है, इसलिए उसपर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

निखिल और उसके माता-पिता फरार, सुनवाई 27 फरवरी को

जानकारी के मुताबिक पॉक्सो की विशेष अदालत में 27 फरवरी को निखिल प्रियदर्शी की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई होगी. वहीं दूसरी ओर बताया जा रहा है कि निखिल प्रियदर्शी के पिता कृष्ण बिहारी प्रसाद सिन्हा और भाई मनीष प्रियदर्शी की अग्रिम जमानत याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी है. निखिल के दोस्त संजीत की भी जमानत खारिज हो गयी है. सभी लोग अभी फरार बताये जा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर पुलिस की जांच में आरोपितों और पीड़ित लड़की के बयान के अनुसार मोबाइल का टावर लोकेशन एक साथ मिला है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिस दिन ब्रजेश पांडेय के साथ होने की बात पीड़िता ने की थी, उस दिन ब्रजेश के साथ पीड़िता और निखिल मौजूद थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अन्य खबरें