37.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

कहीं डॉक्टर व कर्मी नहीं, तो कहीं जैसे-तैसे हो रहा था इलाज

जिले के अधिकतर निजी अस्पतालों में नियम का नहीं हो रहा पालन कुछ निजी अस्पतालों का निबंधन फेल मिला, तो एक का निबंधन ही नहीं मिला झुमरीतिलैया : जिले के अधिकतर निजी अस्पतालों में नियम का पालन नहीं हो रहा है. कुछ निजी अस्पताल जैसे-तैसे संचालित हो रहे हैं. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद […]

जिले के अधिकतर निजी अस्पतालों में नियम का नहीं हो रहा पालन
कुछ निजी अस्पतालों का निबंधन फेल मिला, तो एक का निबंधन ही नहीं मिला
झुमरीतिलैया : जिले के अधिकतर निजी अस्पतालों में नियम का पालन नहीं हो रहा है. कुछ निजी अस्पताल जैसे-तैसे संचालित हो रहे हैं. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद डीसी संजीव कुमार बेसरा के द्वारा गठित जांच दल ने निजी अस्पतालों की जांच छु‍ट्टी के दिन रविवार को भी जारी रखी.
टीम में शामिल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ रंजीत कुमार, सीओ अशोक राम, तिलैया थाना के एसआइ नरेश कुमार ने सात निजी अस्पतालों में जाकर जांच की. इसमें झुमरीतिलैया के सुभाष चौक पर स्थित जीवन ज्योति क्लिनिक, राजेंद्र क्लिनिक, पीडब्ल्यूडी के सामने संचालित संत कामेश्वर मेमोरियल अस्पताल, परमेश्वर मेमोरियल आइ अस्पताल, पुराना बस स्टैंड के पास संचालित शिव पार्वती क्लिनिक, दुर्गा पॉली क्लिनिक, इमाम क्लिनिक शामिल हैं.
इस दौरान टीम को कई गड़बड़ी दिखी. जांच में एक-दो को छोड़ कर अधिकतर अस्पतालों में डाॅक्टर व कर्मी की कमी तो दिखी ही, स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर खानापूर्ति दिखी. कुछ अस्पतालों में मरीजों का इलाज जैसे-तैसे किये जाने की बात सामने आयी. जांच के दौरान कुछ निजी अस्पतालों का निबंधन फेल मिला, तो एक का निबंधन ही नहीं कराया गया था. टीम जब जीवन ज्योति क्लिनिक में पहुंची, तो यहां एक महिला बुंदिया देवी निवासी पुरनागर का बच्चादानी का ऑपरेशन करने की तैयारी थी. अस्पताल में मौजूद नर्स जगरानी बाला महिला के आॅपरेशन को लेकर तैयारी कर रखी थी, पर कोई डाॅक्टर नजर नहीं आया. जानकारी मिली कि अस्पताल का निबंधन डाॅ आशीष कुमार के नास से है.
संचालक पिंटू कुमार ने बताया कि ऑन कॉल डाॅक्टर बुलाये जाते है. पांच बेड के इस अस्पताल में 24 घंटे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होने का दावा किया जाता है, पर न तो सुविधा के नाम पर स्ट्रेचर मिला और न ही एक्सरे व लैब की व्यवस्था है. यहां तक कि बिना डाॅक्टर की परची का प्रयोग किये जाने की बात सामने आयी. यहीं नहीं बिना गायनकोलॉजिस्ट के महिला मरीजों का आॅपरेशन किया जाता है.
टीम ने राजेंद्र क्लिनिक में जांच की, तो यह बिना निबंधन के संचालित मिला. डाॅ रंजीत कुमार ने उसे तत्काल बंद करने का निर्देश दिया. साथ ही निबंधन के बाद ही उसे संचालित करने को कहा. संत कामेश्वर मेमोरियल अस्पताल में कोई डाॅक्टर व स्टाॅफ नहीं मिला. परमेश्वर मेमोरियल आइ अस्पताल में ऐसी कोई बड़ी गड़बड़ी नहीं दिखी. यहां अधिकतर चीजें ठीक मिली. दुर्गा पॉली क्लिनिक व शिव-पार्वती क्लिनिक में नियमानुसार व्यवस्था बढ़ाने व साफ-सफाई रखने का निर्देश टीम के पदाधिकारियों ने दिया. इसके अलावा टीम इमाम क्लिनिक भी पहुंची. यहां ओटी रूम सही नहीं मिला. सामान्य तौर पर गड़बड़ी नहीं दिखी. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रंजीत कुमार ने बताया कि जांच से संबंधित रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपी जायेगी. बताया कि अस्पतालों की जांच अभी जारी रहेगी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अन्य खबरें