वर्तमान नप अध्यक्ष की मां, बहन सहित उपाध्यक्ष के पिता को जनता ने दिखाया बाहर का रास्ता
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जनता ने किया ”तख्ता पलट”, कई दिग्गज हारे
वर्तमान नप अध्यक्ष की मां, बहन सहित उपाध्यक्ष के पिता को जनता ने दिखाया बाहर का रास्ता कई वर्तमान पार्षद भी हारे, कई वार्डों में जनता ने नौजवानों को सौंपी कमान भभुआ सदर : भभुआ नगर पर्षद में संपन्न हुआ निकाय चुनाव इस बार कई दिलचस्प पहलुओं को अंकित कर गया. संपन्न निकाय चुनाव में […]
कई वर्तमान पार्षद भी हारे, कई वार्डों में जनता ने नौजवानों को सौंपी कमान
भभुआ सदर : भभुआ नगर पर्षद में संपन्न हुआ निकाय चुनाव इस बार कई दिलचस्प पहलुओं को अंकित कर गया. संपन्न निकाय चुनाव में जनता ने जहां अपने लोकतंत्र के वोट से कई सुरमाओं व दिग्गजों का तख्ता पलट दिया, तो अनुमान से बाहर के लोगों को गद्दी सौंप कर सबको चौंका भी दिया है. चुनाव में इस बार जनता ने अपनी शहर की सरकार को चुनने में कई ऐसे उम्मीदवारों को मौका दिया है, जो पहली बार ही इस चुनाव में खड़े हुए थे.
जबकि, इस बार के चुनाव में जनता ने वर्तमान नप अध्यक्ष बजरंग बहादुर सिंह की मां देवमुनी देवी, बहन रंजु देवी, वर्तमान उपाध्यक्ष सरफराज गद्दी के पिता इसरायल गद्दी, पूर्व नप अध्यक्ष अमरदेव सिंह, पत्नी कमलेश देवी, पूर्व नप उपाध्यक्ष अमजद अली, पत्नी सबनम खातून सहित वर्तमान पार्षद वीणा श्रीवास्तव, मीरा देवी, विजय तिवारी, इलमवासी देवी, राजेश गोंड, मधु देवी, राजमोहन प्रसाद, मुंगेरी पासवान को इस बार नकार दिया है. वर्तमान नप अध्यक्ष की मां वार्ड संख्या 13 से खड़ी थी, जहां उन्हें उत्तम चौरसिया ने 170 वोट से पराजित कर दिया. अध्यक्ष के मूल वार्ड संख्या 12 से खड़ी उनकी बहन रंजु देवी युवा जैनेंद्र उर्फ जॉनी आर्या से नजदीकी लड़ाई में मात्र छह वोट से हार गयी.
सबसे दिलचस्प मुकाबला वार्ड चार में हुआ, जहां खड़े पूर्व अध्यक्ष अमरदेव सिंह व वर्तमान नप उपाध्यक्ष सरफराज गद्दी के पिता इसरायल गद्दी को एक युवा से मात खानी पड़ी और एक नजदीकी मुकाबले में इन दोनों को त्रिभुवन सिंह ने मात्र तीन वोट से हरा उनलोगों के राजनैतिक कैरियर पर संभवत: विराम लगा दी. पूर्व नप उपाध्यक्ष अमजद अली भी चुनाव हार गये. उन्हें पूर्व वार्ड पार्षद मनोज कुमार ने 334 वोट से हरा नप की राजनीति से बाहर कर दिया.
पूर्व नप उपाध्यक्ष अपनी के साथ पत्नी की सीट भी नहीं बचा सके. वार्ड तीन से खड़ी उनकी पत्नी सबनम खातून को मेनका देवी ने 45 वोट से हरा दिया. इस बार के चुनाव में जनता ने दिग्गजों को ही उनकी औकात नहीं बता दी. बल्कि, कई ऐसे वर्तमान पार्षद भी है जो ऐड़ी चोटी का जोर लगाने के बावजूद इस बार का चुनाव पार नहीं पा सके. वर्तमान वार्ड पार्षदों में वार्ड तीन की पार्षद रही वीणा श्रीवास्तव जो इस बार आरक्षण के चलते वार्ड एक से खड़ी थी.
लेकिन, उन्हें वर्तमान पार्षद बलदाऊ सिंह की पत्नी उर्मिला देवी से हार मिली और वह तीसरे स्थान पर रही. वार्ड सात की वर्तमान पार्षद मीरा देवी को उनके ही देवर ने धुल चटा दी. उनकी दुर्गति इसी से समझी जा सकती है कि उन्हें मात्र 27 वोट से ही संतोष करना पड़ा. वार्ड 21 के पार्षद विजय तिवारी इस बार वार्ड 12 से चुनाव लड़ा थे. लेकिन, 121 वोट प्राप्त कर उन्हें तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा. वार्ड 14 की पार्षद इलमवासी देवी जो इस बार वार्ड 15 से खड़ी थी.
लेकिन, उन्हें भी मुंह की खानी पड़ी और वह 165 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रही. वार्ड 17 के वर्तमान पार्षद राजेश कुमार गोंड को तो मात्र 41 वोट से संतोष करना पड़ा. सबसे बुरी दुर्गति इस बार के चुनाव में वार्ड 20 के पार्षद व शहर में बंगाल टाइगर के नाम से मशहूर मधु देवी और वार्ड 21 के पार्षद राजमोहन प्रसाद की हुई. दोनों पार्षद इस बार वार्ड 20 से ही आमने-सामने खड़े थे. लेकिन, इन दोनों को सता से बाहर कर विजय सिंह ने इस बार अपना परचम लहराया.
मधु देवी को 117 व राजमोहन प्रसाद को मात्र 88 वोट ही प्राप्त हो सके. इस चुनाव में वर्तमान पार्षदों में अगर सबसे ज्यादा दुर्गति किसी की हुई है तो वह वार्ड 24 के वर्तमान पार्षद मुंगेरी पासवान की. उन्हें इस बार के चुनाव में जनता ने मात्र 10 वोट देकर उन्हें सिरे से नकार दिया. ऐसा भी नहीं है कि 2012 में चुने गये सभी पार्षदों को जनता ने नकार दिया. कुछ ऐसे भी पार्षद है जो इस बार के चुनाव में भी अपना परचम लहराया है. इनमें वार्ड 10 से बदरूद्दीन राइन, नौ से संजय माली, वार्ड चार से मदन सिंह, वार्ड 25 से रमेंद्र कुमार प्रमुख रहे.
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