रांची : मुख्य सचिव और डीजीपी ने शनिवार को जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की. मौके पर मुख्य सचिव राजीव गौवा ने पुलिस अधीक्षकों से कहा: आप काम करें, खुद को निरंकुश न बनायें. भगवान ने हमें जनता की सेवा का मौका दिया है, काम कीजिए.
गुड गवर्नेंस ने दुनिया में बदलाव लाया है. झारखंड में भी इसकी प्रक्रिया चल रही है. बेहतर प्रशासन व कानून-व्यवस्था देकर ही राज्य को आगे बढ़ाया जा सकता है. मुख्य सचिव ने पुलिस अधीक्षकों की मांगों पर कहा कि हम आधारभूत संरचनाओं को दुरुस्त करने में लगे हैं.
वहीं डीजीपी डीके पांडेय ने कहा कि टीम वर्क से काम करें. सीनियर के स्तर से डांट-फटकार नहीं होगी. वैसी पुलिसिंग करें, जिसमें परिणाम निश्चित रूप से मिले. पुलिस में भ्रष्टाचार की बात करते हुए डीजीपी ने कहा: अब तक जो हुआ है, उसे भूल जायें. लेकिन, आज से भ्रष्टाचार बंद होना चाहिए. कोयला-पत्थर समेत किसी भी तरह का अवैध कारोबार नहीं होना चाहिए. एडीजी अभियान अनिल पाल्टा ने कहा कि झारखंड में जितना फोर्स है, उस हिसाब से काम नहीं हो रहा है.
सीआरपीएफ के आइजी आरके मिश्र ने कहा कि हाल के दिनों में पुलिस व सीआरपीएफ ने बेहतर काम किया है. बैठक में पुलिस अधीक्षकों ने मुख्य सचिव और डीजीपी को बताया कि जिलों में गाड़ियों की कमी है, खास कर मोटरसाइकिल की. बाइक से शहर में गश्ती आसान होती है. पुलिस अधीक्षकों ने अपनी परेशानियों की जानकारी डीजीपी को दी. साथ ही जिला में नक्सलवाद की स्थिति, अपराध नियंत्रण के लिए की जा रही कार्रवाई और ट्रैफिक की स्थिति की जानकारी दी. इससे पहले शहीद एसपी अमरजीत बलिहार के लिए दो मिनट का मौन रखा गया.
बैठक में एडीजी मुख्यालय बीबी प्रधान, एडीजी विशेष शाखा रेजी डुंगडुंग, एडीजी जैप केएन चौबे, एडीजी सीआइडी एसएन प्रधान, एडीजी आधुनिकीकरण व प्रशिक्षण वीएच देशमुख, एडीजी अभियान अनिल पाल्टा, आइडी सीआरपीएफ (अभियान) आरके मिश्रा, आइजी एसटीएफ आरके मल्लिक, बोकारो जोन के आइजी तदाशा मिश्र, रांची जोन के आइजी सुमन गुप्ता, सभी प्रमंडल के डीआइजी और सभी जिला के एसपी उपस्थित थे.