नयी दिल्ली: नीति आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगगढ़िया ने एयर इंडिया को घाटे से उबारने के लिए टाटा समूह के हाथों हिस्सेदारी बिक्री का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया का निजीकरण कर दिया जाना चाहिए, क्योंकि उसके कर्ज का स्तर अब ढोने के लायक नहीं है. उन्होंने कहा कि इस विमानन कंपनी के भावी कार्यक्रम पर सरकारी कार्रवार्इ छह महीने में होने की संभावना है.
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सरकार घाटे में चल रही इस राष्ट्रीय विमानन कंपनी की स्थिति सुधारने के लिए संभावित निजीकरण समेत विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही हैं. समझा जाता है कि टाटा समूह एयर इंडिया में हिस्सेदारी खरीद सकता है. पनगढ़िया ने कहा कि मैं सोचता हूं कि एयर इंडिया कहां खड़ी है, यह बिल्कुल अस्तित्व का मामला है.
सरकार के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी का कर्ज पहले ही करीब 52,000 करोड़ रुपये का है और हम रोजाना उसमें 4,000 करोड़ रुपये ऋण जोड़ रहे हैं , यह बिल्कुल ही वहन योग्य नहीं है. एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि आखिर में मैं सोचता हूं कि इस विमानन कंपनी को निजी हाथों में जाना चाहिए. वैसे एयर इंडिया के भावी कार्यक्रम चर्चा चल रही है, लेकिन नीति आयोग ने इसके पूर्ण निजीकरण की सिफारिश की है.