बोधगया: अंतरराष्ट्रीय स्थल होने के बावजूद बोधगया बाजार क्षेत्र व कई मुहल्लों को पिछले चार वर्षों से ड्रेनेज का इंतजार है. मुख्य रूप से बरसात के दिनों में इसकी कमी लोगों को बेहद खलती है और लोग नालियों के ओवरफ्लो होने से परेशानी में घिर जाते हैं.
पिछले दिनों हुई बरसात के दौरान बोधगया बाजार क्षेत्र में रहनेवालों को नालियों के पानी से होकर गुजरना पड़ा. स्थानीय लोगों को तो परेशानी उठानी ही पड़ी, पर भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली को नमन करने आये विभिन्न देशों के श्रद्धालुओं व पर्यटकों को भी इस कारण फजीहत का सामना करना पड़ा. सड़कों पर व मुहल्लों की गलियों में पानी भर जाता है और इस कारण आमलोगों को घरों से बाहर निकलना दूभर हो जाता है.
2012 से बन रही डीपीआर: बोधगया नगर पंचायत क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में नालियों के पानी को बेहतर ढ़ंग से निष्कासन को लेकर ड्रेनेज बनाने की योजना 2012-13 में बनायी गयी. इसके बाद इस पर काम शुरू हुआ और इसकी डीपीआर बनाने की दिशा में पहल की गयी. हैदराबाद की एक कंपनी के माध्यम से डीपीआर बनाने की जिम्मेवारी बुडको को सौंपी गयी. करीब दो वर्ष के बाद बुडको ने डीपीआर तैयार कर नगर पंचायत को सौंपा. इसके अप्रूवल के लिए नगर पंचायत की बोर्ड व नगर विकास विभाग के पास भेजा गया. किसी कारण से अब तक डीपीआर को फाइनल नहीं किया जा सका. फाइलों व विभागों में रेंगती डीपीआर पर काम नहीं होने का खामियाजा नगर पंचायत क्षेत्र में रहनेवालों के साथ-साथ यहां आनेवाले विदेशी तीर्थयात्रियों को भी भुगतना पड़ रहा है.
उल्लेखनीय है कि बोधगया के मियांबिगहा, मस्तीपुर, पच्छट्टी, चार नंबर, भागलपुर व अन्य मुहल्लों में होटल व गेस्ट हाउस स्थित हैं. यहां हर वक्त किसी न किसी देश के पर्यटक व श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है. बरसात के दिनों में भी. श्रीलंका के श्रद्धालु तो विशेषकर बरसात के दिनों में ही बोधगया भ्रमण पर आते हैं. ऐसे में बरसाती पानी के कारण उनका होटलों व गेस्ट हाउसों से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. बोधगया की छवि भी धूमिल होती है. बहरहाल, नगर पंचायत भी इस फिराक में लगी है कि जल्द से जल्द डीपीआर तैयार कर उस दिशा में काम शुरू किया जाये.
जल्द शुरू होंगे काम
पूर्व में बुडको द्वारा बनायी गयी डीपीआर फाइनल नहीं हो पायी है. पिछले दिनों नगर विकास विभाग की टीम ने बोधगया में ड्रेनेज बनाने को लेकर जायजा लिया था. समेकित विकास योजना (आइएपी) के तहत ड्रेनेज बनाया जायेगा व जल्द ही इस दिशा में काम शुरू किये जायेंगे.
सुशील कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत