खिजरसराय : सड़कों पर लूटपाट अब सामान्य बात हो गयी है. अगर, अपराधी खून-खराबे पर उतारू न हों, तो खबरें सामान्य ही लगती हैं. लेकिन, शनिवार की देर रात हुई लूटपाट की घटना ‘मृत संवेदना’ को ही दरसाती है. गया-खिजरसराय मुख्य पथ पर स्थित अइमा चौकी के पास वाहनों से लूटपाट के दौरान लुटेरों ने एक वाहन में अपने पिता के शव से लिपट कर रो रहे कृष्णदेव प्रसाद को भी नहीं बख्शा. दु:ख की इस घड़ी में श्री प्रसाद व उनके परिजनों से 42 हजार रुपये व एक कैमरा लूट लिया.
जानकारी के मुताबिक, गया जिले के खिजरसराय थाने के पनहरी गांव (हेमारा पंचायत) के कृष्णदेव प्रसाद अपने पिता अमराव महतो के शव को रांची से लेकर शव वाहन से अपने घर पनहरी लौट रहे थे. इसी दौरान शनिवार की देर रात अइमा चौकी के पास पुल के समीप लुटेरों ने वाहन पर हमला कर लूटपाट की.
एक घंटे तक करते रहे लूटपाट. लुटरों का आतंक करीब एक घंटे तक चला. इस दौरान 10 से अधिक गाड़ियों को निशाना बनाया. नकदी के अलावा लाखों के आभूषण लूट लिये. हैरानी की बात तो यह है कि करीब एक घंटे तक लुटेरों का गिरोह उत्पात मचाता रहा और पुलिस को भनक तक नहीं लगी. लुटेरों के भागने के बाद पीड़ितों ने खिजरसराय थानाध्यक्ष सुशील कुमार राहुल को सूचना दी, तब पुलिस हरकत में आयी.
चार को पकड़ा. पुलिस टीम ने लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की और चार लोगों को पकड़ा. थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस की पकड़ में आये युवकों की पहचान खिजरसराय थाने की अइमा पंचायत के जरारी बिगहा के मुन्ना यादव व नागेंद्र यादव के रूप में की गयी है. इसके अलावा पुलिस टीम ने उमेश यादव व नगीना यादव को भी पकड़ा है.
स्कॉर्पियो सवार राजीव से लूटे 1.68 लाख रुपये. खिजरसराय की चिरैली पंचायत के बाना गांव के राजीव कुमार गया से स्कॉर्पियो से अपने घर लौट रहे थे. इसी दौरान अइमा चौकी के पास लुटेरों ने राजीव को अपने कब्जे में लेकर उनके पास से एक लाख, 68 हजार रुपये, सोने की अंगूठी व मोबाइल लूट लिया. राजीव कुमार ने जरारी बिगहा के मुन्ना यादव व नागेंद्र यादव सहित 15-20 लुटेरों के विरुद्ध लूटपाट की प्राथमिकी दर्ज करायी.
पिकअप वाहन भी हुआ शिकार. लुटेरों ने पिकअप वाहन में सवार रिंकू दास से 1500 रुपये, एक लॉकेट व गाड़ी में लगा हुआ म्यूजिक सिस्टम लूट लिया. छोटिया गांव के बिगुन शर्मा, राज कुमार सहित अन्य के पास से भी 75 हजार रुपये लूट लिये. इस्माइलपुर गांव के परशुराम शर्मा की बेटी पिंकी देवी व उनके भाई राजीव कुमार के पास से सोने-चांदी के आभूषण व अन्य सामान लूट लिया. पिंकी गया रेलवे स्टेशन से अपने भाई के साथ घर के लिए निकली थीं. उसी राह से गुजर रहे टेंपो के ड्राइवर विक्रम सहित कई लोग भी लुटेरों के शिकार बने.