आक्रोश. नगर परिषद के सफाई कर्मियों का प्रदर्शन
नप कार्यालय के समक्ष धरना
आक्रोश. नगर परिषद के सफाई कर्मियों का प्रदर्शन दुमका नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर कार्यालय के समक्ष धरना दिया. दुमका : झारखंड लोकल बॉडिज इम्पलोइज फेडरेशन के बैनर तले मंगलवार को दुमका नगर परिषद् के सफाई कर्मचारियों ने कार्यालय के समक्ष धरना दिया तथा सफाई कर्मचारियों से बेहद कम मानदेय […]
दुमका नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर कार्यालय के समक्ष धरना दिया.
दुमका : झारखंड लोकल बॉडिज इम्पलोइज फेडरेशन के बैनर तले मंगलवार को दुमका नगर परिषद् के सफाई कर्मचारियों ने कार्यालय के समक्ष धरना दिया तथा सफाई कर्मचारियों से बेहद कम मानदेय पर कार्य लिये जाने तथा मांगों पर बार-बार झूठा आश्वासन देकर पल्ला झाड़ते रहने का आरोप लगाया. फेडरेशन के सचिव विजय कुमार ने कहा कि दुमका नगर परिषद् अनुबंध पर कार्य करने वाले सफाई कर्मियों को महज 6000 रुपये का मानदेय देती है, जो आठ घंटे तक कार्य लेने की एवज में बहुत कम है.
श्री कुमार ने कहा कि दूसरे निकायों में अनुबंध पर कार्यरत सफाई कर्मियों को अधिक का भुगतान किया जाता है. उन्होंने धरना सभा के बाद मुख्यमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन कार्यपालक पदाधिकारी को सौंपा तथा जायज मांगों पर विचार नहीं किये जाने की स्थिति में आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से तेज करने की बात कही. श्री कुमार ने बताया कि मांग पूरी नहीं होने पर 4 मई को मशाल जुलूस निकालकर सरकार और नगर परिषद् के रवैये पर पूरे नगर में घूम-घूमकर विरोध प्रदर्शित किया जायेगा.
जबकि 5 मई को गांधीवादी तरीके से नगर परिषद् कार्यालय में तालाबंदी कर विरोध जताया जायेगर. उसके बाद अंतिम चरण में 8 मई से सफाईकर्मी अनिश्चतकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे. धरना में विजय हरि, उमेश हरि, जिया हरि, सुजीत हरि, बैजु हरि, विनोद हरि, दिनेश हरि, काशी राय, मुंशी मरांडी, बिटियां हांसदा, अलादी मुर्मू, अजय हरि, सूरज हरि, कुंदन हरि, लक्ष्मी मेहतरानी आदि मौजूद थे.
मुख्य मांगें
मृत सफाईकर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियमित नियुक्ति मिले, वर्षों से कार्यरत दैनिक सफाईकर्मियों की भी नियमित नियुक्ति हो, नियमित नियुक्ति होने तक आश्रितों व अनुबंध कर्मियों तथा ट्रैक्टर चालकों को 15 हजार रुपये वेतन मिले, सेवानिवृत्त सफाईकर्मियों का 240 दिन का बकाया राशि रोस्टर निर्माण कर अविलंब दिया जाये, बायोमैट्रिक से सफाईकर्मियों की हाजिरी बंद हो, आंबेदकर की जयंती व पुण्यतिथि पर सफाईकर्मियों को छुट्टी मिले आदि.
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