23.1 C
Ranchi
Friday, March 29, 2024

BREAKING NEWS

Trending Tags:

जैविक खाद उत्पादन को बनाया करियर

इच्छुक किसानों को देते हैं नि:शुल्क प्रशिक्षण देवघर : रासायनिक खादों के दुष्प्रभाव से देश परेशान हो चुका है. इससे अगर मुक्त होना है तो परंपरागत देसी खाद या प्रसंस्क‍ृत बायो उवर्रक को अपनाना पड़ेगा. देवघर के विनय राउत ने इस दिशा में जो पहल की है वह काबिले तारीफ है. विनय कुंडा स्थित लालकोठी […]

इच्छुक किसानों को देते हैं नि:शुल्क प्रशिक्षण
देवघर : रासायनिक खादों के दुष्प्रभाव से देश परेशान हो चुका है. इससे अगर मुक्त होना है तो परंपरागत देसी खाद या प्रसंस्क‍ृत बायो उवर्रक को अपनाना पड़ेगा. देवघर के विनय राउत ने इस दिशा में जो पहल की है वह काबिले तारीफ है. विनय कुंडा स्थित लालकोठी में शुभमश्री बॉयोटेक नामक कंपनी चलाते हैं और संताल के छह जिलों में जैविक खाद की आपूर्ति करते हैं. प्रतिदिन उनकी कंपनी एक टन जैविक खाद देवघर, दुमका, साहिबगंज, गोड्डा, पाकुड़ व जामताड़ा जिले भेजी जाती है. इस खाद के इस्तेमाल से जहां उपज में बढ़ोतरी हो रही है वहीं जमीन की उर्वरा शक्ति में भी इजाफा हो रहा है.
बढ़ा गोभी का उत्पादन
लाल कोठी परिसर में विनय जैविक खाद के उत्पादन के साथ-साथ इसका प्रयोग कर सब्जियों व फूल का उदत्पादन के साथ-साथ फल समेत पौधों की नर्सरी का भी व्यापार करते हैं. जैविक खाद से गोभी (ब्रोकली) का उत्पादन इस कैंपस में किया जा रहा है. विनय के अनुसार हरी गोभी (ब्रोकली) हर्ट के लिए फायदेमंद है. हरी गोभी का प्रयोग करने से ह्दय रोगियों को लाभ होता है. इसके अलावा इसी कैंपस में पत्ता गोभी, फूल गोभी, बुलेट मिर्च, टमाटर, बैंगन, शिमला मिर्च, आम, अमरुद, लिची, बेल, कटहल, जामुन, सागवान के साथ-साथ गेंदा, गुलाब, डहेलिया आदि फूल, फल व सब्जी के उत्पादन में जैविक खाद के प्रयोग से वृद्धि आयी है.
नौकरी छोड़ शुरू की नयी पहल
विनय पहले एक बाइक कंपनी में सेल्स मैनेजर थे. कुंडा स्थित लाल कोठी के मालिक ने विनय को इस जमीन पर जैविक खेती से बागवानी करने की सलाह दी. 1998 में विनय कोलकाता स्थित हिमगिरी इंस्टीच्यूट में जैविक खाद बनाने का एक सप्ताह का प्रशिक्षण प्राप्त किया. कोलकाता के विधानचंद्र कृषि विश्वविद्यालय से 500 केचुआ लेकर देवघर आये. यहां एक गड्ढे की खुदाई कर गोबर में केचुआ डालकर इसकी शुरुआत की . कुछ लोगों ने उनका मजाक बनाया. लेकिन वे काम में लगे रहे. पहले कुछ दोस्तों को नि:शुक्ल खाद इस्तेमाल के लिए दिया. दोस्तों ने इस खाद के फायदे देखे तो इसकी चर्चा शुरू हो गयी.
2002 के आसपास मित्रा गार्डेन द्वारा संचालित नंदन पहाड़ में फूलों की बागवानी में शुभश्री बाॅयोटेक खाद की आपूर्ति हुई. जागरुकता के लिए विनय खुद कृषि मेला व ग्रामीण हाट में प्रचार-प्रसार कर जैविक खाद के इस्तेमाल से किसानों को अवगत कराते रहे. 2004-05 में कृषि पदाधिकारी एसएन सरस्वती लाल कोठी अाये व जैविक खाद की तैयारी का निरीक्षण कर प्रभावित हुए. श्री सरस्वती ने उक्त समय फूलों की विकास योजना के तहत फूल की खेती में जैविक खाद की आपूर्ति का जिम्मा शुभश्री बॉयाेटेक को दिया. अच्छा परिणाम देख सरकार की ओर से संताल परगना के सभी जिले में कृषि, आत्मा, उद्यान व माडा योजना में विनय ने जैविक खाद की आपूर्ति शुरू कर दी.
बाबा मंदिर के विल्वपत्रों से भी बना चुके हैं खाद
बाबा मंदिर में बाबा बैद्यनाथ समेत अन्य देवी-देवताओं पर चढ़ने वाले फूल-विल्वपत्र को जैविक खाद बनाये जाने की योजना की शुरुआत तत्कालीन डीसी अमीत कुमार द्वारा की गयी थी. ताकि बाबा पर चढ़ने वाले फूल-विल्वपत्र किसी कूड़ेदान में न फेंका जाये, इससे लोगों की आस्था जुड़ी रहती है. शुभश्री बॉयोटेक को बाबा मंदिर में बाबा बैद्यनाथ पर चढ़ने वाले फूल-विल्वपत्र को जैविक खाद बनाने की जिम्मेवारी दी गयी. विनय के अनुसार फूल-विल्वपत्र से तैयार जैविक खाद काफी बेहतर गुणवत्ता की थी. इससे बॉयोमास जैविक खाद तैयार होता था. सामान्य खाद के मुकाबले 10 रूपये किलो की दर से फू-विल्वपत्र का खाद लोग खरीदते थे, इसकी डिमांड भी थी.
छह माह में ही बंद हुआ निर्माण
विनय के अनुसार बाबा मंदिर में चढ़ा हुआ फूल-विल्वपत्र मंदिर परिसर में ही एक जगह रहती थी. छह माह तक ट्रैक्टर से फूल-विल्वपत्र मंदिर से लाल कोठी लाया जाता था व जैविक खाद बनाया जाता था. इसमें शुद्ध रुप से केवल फूल व विल्वपत्र ही रहते थे. लेकिन छह माह बाद मंदिर के बाहर एक कंटेनर में फूल व विल्वपत्र को डाला जाने लगा. उक्त कंटेनर में अन्य लोगों द्वारा प्लास्टिक, मुंडन के बाल समेत बाजार व रोड का कूड़ा भी डाल दिया जाता था. जब कंटेनर से उक्त फूल व विल्वपत्र लाया गया ताे जैविक खाद के लिए यह उपयुक्त नहीं पाया गया. प्लास्टिक समेत अन्य वस्तुओं को हटाना कठिन हो गया. इससे खाद की गुणवत्ता बिगड़ने लगी.
You May Like

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अन्य खबरें