यहां चार दिनों तक इलाज के बाद कोई अंतर नहीं दिखने के बाद उसके परिजनों ने मरीज को मेडिका अस्पताल ले जाने का फैसला लिया. वहां उसे इएनटी, न्यूरो व नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टरों की देख रेख में दाखिल कराया गया. डॉ अर्जुन दास गुप्ता, डॉ चिरंजीत दत्ता, डॉ एनवीके मोहन तथा नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ अनुपमा सतपथी की एक टीम की निगारानी में उसका इलाज शुरू हुआ.
इंडोस्कॉपिक ऑप्टिक नर्भ डिकंप्रेशन पद्धति से उसकी आखों की सर्जरी हुई. सर्जरी सफल रही और मरीज की आंख की रोशनी भी लौट आयी. इससे अस्पताल के चिकित्सक भी चकित हैं. वहीं सर्जरी के बाद अब मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी.