श्री मन्नान ने कहा कि सारदा घोटाला हो या नारद स्टिंग कांड, हमने देखा है कि तृणमूल कांग्रेस सरकार इनकी सीबीआई जांच रोकने को कितनी बेताब है, लेकिन सबसे अजीब बात यह है कि वह इन मुकदमों को लड़ने के लिए राज्य सरकार जनता और करदाताओं के पैसों को खर्च कर रही है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को किसने हक दिया कि वह जनता का धन भ्रष्ट मंत्रियों का मुकदमा लड़ने में खर्च करे? हम जानना चाहते हैं कि सरकार ने विभिन्न अदालतों में मुकदमा लड़ने के लिए कितना धन खर्च किया. वे इसे सार्वजनिक करें. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को तत्काल दागी मंत्रियों को बर्खास्त कर देना चाहिए तथा सांसदों व विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. यह पूछे जाने पर कि प्रदेश कांग्रेस, तृणमूल सरकार की नारद कांड को लेकर आलोचना कर रही है, लेकिन उनके ही नेता कपिल सिब्बल व सिंघवी सरकार की ओर से केस की परैवी कर रहे हैं. इस पर श्री मन्नान ने कहा कि यह सचमुच ही खराब लग रहा है, लेकिन यह उनके पेशे का हिस्सा है. हालाकि जब से उन लोगों ने मुकदमा लड़ना शुरू किया है. उनको बंगाल के किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया है और न ही आगे किसी कार्यक्रम में बुलाया जायेगा.