राज्य सरकार के सहयोग से पिछले दिनों इस लाइन का कार्य शुरू हो गया. शुक्रवार को संवाददाताओं से दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक घनश्याम सिंह ने कहा कि कई कारणों से अजीमगंज-मुर्शिदाबाद रेल लाइन परियोजना का कार्य काफी दिनों से बंद पड़ा था. उत्तर बंगाल जानेवाले यात्रियों को लंबी दूरी तय कर अपने गंतव्य पर जाना पड़ता है. पिछले दिनों इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मेरी बात हुई. उन्होंने इस लाइन के लिए प्रशासनिक स्तर पर पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया. श्री सिंह ने बताया कि कार्य शुरू हो चुका है और उम्मीद है वित्त वर्ष 2017-18 के अंत तक अजीमगंज-मुर्शिदाबाद रेल लाइन परियोजना का कार्य पूरा कर लिया जायेगा.
2017-18 के बजट में सागर पोर्ट-काशीनगर-कुल्पी-गुरुदास नगर-बकराहॉट-चकगोपालपुर-नुंगी-माझेरहॉट-खिदिरपुर-शालीमार-सांतरागाछी-डानकुनी की कुल 138 किलोमीटर रेल लाइन के लिए कुल 1027.53 करोड़ रुपये आबंटित करने का प्रस्ताव है. इसके साथ ही गेज परिवर्तन के लिए 86.48 और लाइन दोहरीकरण के लिए 581.35 करोड़ आबंटित करने का प्रस्ताव बजट में है. इसके साथ ही बावनगाछी लोको शेड की क्षमता में वृद्धि करने के लिए 15.44 करोड़ आबंटित करने का प्रस्ताव बजट में है. संवाददाता सम्मेलन में पूर्व रेलवे के अपर महाप्रबंधक सतीश कुमार, आइजी सह मुख्य सुरक्षा आयुक्त विनोद ढाका, सियालदह रेल मंडल के प्रबंधक बासुदेव पांडा, हावड़ा रेल मंडल के प्रबंधक डॉ आर बद्रीनारायणन और सीपीआरओ रवि महापात्रा के साथ अन्य विभागों के प्रधान अधिकारी मौजूद थे.