उन्होंने गाजलडोबा को बचाने के लिए नदी किनारे और सरकारी जमीन को दखल मुक्त कराने का संबंधित विभागों के मंत्री और अधिकारियों को निर्देश दिया. इसके लिए ममता ने पर्यटन मंत्री गौतम देव और पुलिस प्रशासन को गाजलडोबा का मुआयना कर जल्द सख्त कदम उठाने की सलाह भी दी. साथ ही अन्य नदियों को भी अतिक्रमणकारियों से बचाने का उन्होंने निर्देश दिया है. दोपहर को ममता कोलकाता लौटने के लिए उत्तरकन्या से अपने काफिले के साथ बागडोगरा एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गयीं.
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नदी किनारों पर अतिक्रमण बरदाश्त नहीं करेंगे : ममता
सिलीगुड़ी. नदी किनारों पर अतिक्रमण अब और बरदाश्त नहीं किया जायेगा. गाजलडोबा जल परियोजना केंद्र को पर्यटन हब में तब्दील किया जा रहा है. लेकिन इन दिनों गाजलडोबा में नदी के किनारे अतिक्रमण हो रहा है. यह कहना है मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का. वह उत्तर बंगाल दौरे के अंतिम दिन गुरुवार को कोलकाता लौटने से […]
सिलीगुड़ी. नदी किनारों पर अतिक्रमण अब और बरदाश्त नहीं किया जायेगा. गाजलडोबा जल परियोजना केंद्र को पर्यटन हब में तब्दील किया जा रहा है. लेकिन इन दिनों गाजलडोबा में नदी के किनारे अतिक्रमण हो रहा है. यह कहना है मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का. वह उत्तर बंगाल दौरे के अंतिम दिन गुरुवार को कोलकाता लौटने से पहले सिलीगुड़ी से सटे फुलबाड़ी-कामरांगागुड़ी स्थित मिनी सचिवालय उत्तरकन्या में मीडिया से बातचीत कर रही थी.
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