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तृणमूल के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे माकपा के वयोवृद्ध नेता मोल्ला
कोलकाता : माकपा के वयोवृद्ध नेता अब्दुर रज्जाक मोल्ला का भी अब पार्टी से मोह भंग हो गया है. लगभग तीन दशक तक माकपा के विधायक रहने के बाद उन्होंने अब सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का दामन थामने का फैसला किया है. हालांकि दो दिन पहले उन्होंने स्पष्ट किया था कि तृणमूल कांग्रेस की ओर […]
कोलकाता : माकपा के वयोवृद्ध नेता अब्दुर रज्जाक मोल्ला का भी अब पार्टी से मोह भंग हो गया है. लगभग तीन दशक तक माकपा के विधायक रहने के बाद उन्होंने अब सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का दामन थामने का फैसला किया है. हालांकि दो दिन पहले उन्होंने स्पष्ट किया था कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से उनको मनचाही सीट पर टिकट नहीं मिल रहा है, इसलिए वह अब तृणमूल के साथ नहीं जायेंगे. वह अपनी वर्तमान सीट कैनिंग पूर्व से ही चुनाव लड़ना चाहते हैं,
जबकि तृणमूल कांग्रेस की ओर से उन्हें भांगड़ से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया जा रहा था. उन्होंने यहां तक कह दिया था कि वे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी चुनाव लड़ सकते हैं और एक बार तो उन्होंने ऐसा भी कह दिया कि वह विधानसभा चुनाव नहीं भी लड़ेंगे लेकिन उनके इस बयान के 48 घंटे के अंदर ही उनका हृदय एक बार फिर परिवर्तित हो गया और उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने का फैसला किया.
आखिर क्यों लिया ऐसा निर्णय
सूत्रों के अनुसार वह भांगड़ विस सीट पर तृणमूल कांग्रेस की सीट से चुनाव लड़ने को तैयार हो गये हैं और उनको राजी करने के पीछे उनके पुत्र मुश्ताक अहमद मोल्ला का हाथ है. अपने बेटे की बात को मानते हुए वह तृणमूल कांग्रेस के साथ जाने को तैयार हो गये हैं. गौरतलब है कि उन्होंने राज्य के आवासन मंत्री अरूप विश्वास के साथ मुलाकात की और उसके बाद उन्होंने सांसद मुकुल राय से भी फोन पर बात की. इसके बाद वह भांगड़ सीट पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गये.
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