जलपाईगुड़ी में बंद हुआ सीमेंट कारखाना
रोजी-रोटी पर आफत. श्रमिक यूनियनों के बीच बवाल से कामगारों की परेशानी बढ़ी जलपाईगुड़ी : श्रमिकों की नियुक्ति को लेकर माकपा समर्थित सीटू तथा तृणमूल कांग्रेस समर्थित आईएनटीटीयूसी श्रमिक संगठनों के बीच बृहस्पतिवार को हुई संघर्ष की घटना के बाद आखिरकार जलपाईगुड़ी के राजगंज स्थित सीमेंट कारखाना बंद हो गया. कल दोनों श्रमिक संगठनों के […]
रोजी-रोटी पर आफत. श्रमिक यूनियनों के बीच बवाल से कामगारों की परेशानी बढ़ी
जलपाईगुड़ी : श्रमिकों की नियुक्ति को लेकर माकपा समर्थित सीटू तथा तृणमूल कांग्रेस समर्थित आईएनटीटीयूसी श्रमिक संगठनों के बीच बृहस्पतिवार को हुई संघर्ष की घटना के बाद आखिरकार जलपाईगुड़ी के राजगंज स्थित सीमेंट कारखाना बंद हो गया. कल दोनों श्रमिक संगठनों के बीच संघर्ष की घटना घटी थी और इस संघर्ष में कई श्रमिक घायल हो गये थे. आज कारखाना प्रबंधन की ओर से कारखाने के मुख्य गेट के सामने ताला लगा दिया गया और बंदी की नोटिस चिपका दी गई. इस फैक्ट्री के बंद हो जाने से यहां काम कर रहे करीब 50 श्रमिक बेरोजगार हो गये हैं.
जलपाईगुड़ी-सिलीगुड़ी के बीच 31 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर काफी पहले इस फैक्ट्री की स्थापना की गई थी. यहां शताब्दी ब्रांड सीमेंट का उत्पादन होता है. बृहस्पतिवार तक सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन कुछ श्रमिकों की नियुक्ति को लेकर हुए विवाद के बाद यहां काम कर रहे करीब 50 श्रमिकों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है. सीटू के जिला कमेटी के सचिव किशन सेन ने कहा है कि आईएनटीटीयूसी की गुण्डागर्दी की वजह से प्रबंधन ने इस फैक्ट्री को बंद कर दिया है.
इस फैक्ट्री के सीटू यूनियन के नेता राजू राय ने आरोप लगाते हुए कहा कि यहां काम कर रहे 27 मजदूरों में से सात मजदूर सीटू यूनियन में तथा 20 मजदूर आईएनटीटीयूसी यूनियन में शामिल थे. पिछले दिनों आईएनटीटीयूसी के सभी 20 मजदूर सीटू में शामिल हो गये. बृहस्पतिवार को जब 17 श्रमिक काम के बीच खाना खाने गये थे तभी यहां आईएनटीटीयूसी के नेताओं ने अन्य 17 श्रमिकों की बहाली करवा दी.
उसके बाद ही दोनों श्रमिक यूनियनों के समर्थकों के बीच संघर्ष की घटना घटी. फैक्ट्री के मालिक अनिल कुमार अग्रवाल का कहना है कि दो गुटों के बीच संघर्ष की घटना के बाद कानून व्यवस्था न बिगड़े, इसको ध्यान में रखकर ही अनिश्चितकाल के लिए फैक्ट्री को बंद रखने का निर्णय लिया गया है.
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