धर्मशास्त्रों की मानें तो सरस्वती पूजा वसंत पंचमी के दिन आयोजित किये जाने का रिवाज है, लेकिन पुरोहितों का कहना है कि इस बार पंचांगों में पंचमी की तिथि दो दिन पड़ रही है. पुजारी जीतेंद्र मिश्रा का कहना है कि 12 फरवरी को अपराह्न चार बजे पंचमी शुरू हो रही है जो 13 फरवरी को दिन भर रहेगी.
सरस्वती पूजा के मद्देनजर स्कूलों, कॉलेजों में पूजा मंडपों को दुल्हन की तरह सुसज्जित किया जा रहा है. वहीं, सरस्वती पूजा के मद्देनजर हाट-बाजारों में भी रौनक लौट आयी है. पूजा को लेकर अधिकांश विद्यार्थी मां की मूर्तियां, पूजा-सामग्री, फल-फूल खरीदने में दिनभर व्यस्त रहे.