20.1 C
Ranchi
Friday, March 29, 2024

BREAKING NEWS

Trending Tags:

स्पेक्ट्रम की ऊंची बोली की वजह से नहीं बढेंगी कॉल दरें : रविशंकर प्रसाद

नयी दिल्ली : दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज जोर देकर कहा कि स्पेक्ट्रम नीलामी में ऊंची बोलियों के कारण फोन कॉल की दरें नहीं बढेंगी. हाल ही में संपन्न स्पेक्ट्रम नीलामी में आदित्य बिडला समूह की कंपनी आइडिया सबसे आक्रामक बोलीदाता रही. इस लिहाज से उसके बाद एयरटेल व वोडाफोन का नंबर रहा. यह […]

नयी दिल्ली : दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज जोर देकर कहा कि स्पेक्ट्रम नीलामी में ऊंची बोलियों के कारण फोन कॉल की दरें नहीं बढेंगी.
हाल ही में संपन्न स्पेक्ट्रम नीलामी में आदित्य बिडला समूह की कंपनी आइडिया सबसे आक्रामक बोलीदाता रही. इस लिहाज से उसके बाद एयरटेल व वोडाफोन का नंबर रहा. यह बोली 19 दिन चली और इससे 1,09,874.91 करोड रुपये मिले. सरकार को दस दिन में 28,872.7 करोड रुपये मिलेंगे लेकिन प्रसाद चाहते हैं कि दूरसंचार कंपनियां शुरुआती राशि छह दिन में ही चुका दें ताकि उसे 2014-15 के बजटीय लक्ष्यों को पाने में मदद मिले.
कल संपन्न बोली में आइडिया सेल्यूलर ने 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज व 2100 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए सबसे अधिक 30,306.98 करोड रुपये की बोलियां लगायीं. एयरटेल ने इन्हीं बैंड में स्पेक्ट्रम के लिए कुल 29,130.20 करोड रुपये जबकि वोडाफोन ने 29,959.74 करोड रुपये की बोलियां लगाईं.
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्टरीज की रिलायंस जियो ने 800 मेगाहर्ट्ज व 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड में मोबाइल टेलीफोनी व डेटा सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम हेतु कुल 10,077.53 करोड रुपये और अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस कम्युनिकेशंस ने भी इन्हीं बैंड में स्पेक्ट्रम के लिए 4,299.13 करोड रुपये की बोलियां लगाईं है.
इस नीलामी में भाग लेने वाली आठ कंपनियों में से केवल टेलीनोर ही है जिसने कोई स्पेक्ट्रम नहीं जीता. टाटा टेलीसर्विसेज ने विभिन्न बैंड में स्पेक्ट्रम के लिए 7851.33 करोड रुपये जबकि एयरसेल ने 2250 करोड रुपये की बोली लगाई है.
प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, 2010 में स्पेक्ट्रम से हमें 1.06 लाख करोड रुपए मिले थे लेकिन इसमें से 30,000 करोड रुपये का हिस्सा बीएसएनएल व एमटीएनएल का था जो कि उन्हें आवंटित नीलामी मद में गया. लेकिन इस बार बीएसएनएल व एमटीएनएल का कोई हिस्सा नहीं है तो यह भारतीय दूरसंचार के इतिहास में सबसे ऊंचा है.
उन्होंने कहा, पहली किस्त 10 दिन में चुकाई जानी है. इस वित्त वर्ष के छह दिन बचे हैं. राष्ट्रीय राजस्व और देश की छवि भी उतनी ही महत्वपूर्ण है. मैं सभी बोलीदाताओं से अपील करुंगा कि वे 31 मार्च तक भुगतान करें.
इसके साथ ही प्रसाद ने उद्योग विशेषज्ञों की इस राय का खंडन किया कि स्पेक्ट्रम की नीलामी ऊंचे दाम में हुई है जिसे मोबाइल कॉल व अन्य सेवाओं के दाम बढेंगे.
प्रसाद ने कहा, मैं बडा अभियान देख रहा हूं, जिसमें कहा जा रहा है कि मोबाइल काल दरें बढेंगी. दूरसंचार उद्योग के एक जानकार ने मेरे सामने विश्लेषण प्रस्तुत किया किया है. कंपनियों के पास स्पेक्ट्रम बीस साल रहेगा और विश्लेषण के हिसाब से दूरसंचार कंपनियों पर सालाना बोझ लगभग 5300 करोड रुपये या 1.3 पैसे प्रति मिनट कॉल होगा.
You May Like

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अन्य खबरें