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Microsoft और Google ने एक-दूसरे के खिलाफ पेटेंट मामले वापस लिए

सान फ्रांसिस्को : प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों माइक्रोसाफ्ट और गूगल ने एक-दूसरे के खिलाफ सभी पेटेंट उल्लंघन के मामले वापस लेने की घोषणा की है. इन कंपनियों के बीच कानूनी लडाई इंटरनेट आधारित मोबाइल उपकरणों, वाईफाई और डिजिटल वीडियो के लिए प्रौद्योगिकी सुइट्स आदि शामिल हैं. हालांकि, इस सहमति के ब्योरे का खुलासा नहीं […]

सान फ्रांसिस्को : प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों माइक्रोसाफ्ट और गूगल ने एक-दूसरे के खिलाफ सभी पेटेंट उल्लंघन के मामले वापस लेने की घोषणा की है. इन कंपनियों के बीच कानूनी लडाई इंटरनेट आधारित मोबाइल उपकरणों, वाईफाई और डिजिटल वीडियो के लिए प्रौद्योगिकी सुइट्स आदि शामिल हैं. हालांकि, इस सहमति के ब्योरे का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियों का कहना है कि इनमें मोटोरोला मोबिलिटी से संबंधित मामले भी हैं. माइक्रोसाफ्ट और गूगल ने कल संयुक्त बयान में कहा, ‘कंपनियां एक-दूसरे के खिलाफ पेटेंट उल्लंघन के सभी मामलों को समाप्त करेंगी। इनमें मोटोरोला मोबिलिटी से संबंधित मामले भी हैं.’

क्‍या था पेटेंट विवाद

माइक्रोसॉफ्ट के पास एक्सबॉक्स कंसोल और विंडोज सॉफ्टवेयर में गूगल के स्वामित्व वाली कंपनी मोटोरोला की तकनीक इस्तेमाल करने का लाइसेंस है. लेकिन इस लाइसेंस के लिए मोटोरोला ने भारी रकम की मांग की थी, जिसके बाद विवाद पैदा हो गया था. माइक्रोसॉफ्ट ने मोटोरोला पर पेटेंट उत्पादों के लाइसेंस सस्ते में देने के समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था. इस मामले में अमरीका के एक जज ने माइक्रोसॉफ्ट के दावे को सही ठहराते हुए सॉफ्टवेयर कंपनी को क्षतिपूर्ति के रूप में 1.5 करोड़ डॉलर (करीब 90 करोड़ रुपये) भुगतान करने के आदेश दिये थे. इस फैसले के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने एक बयान जारी कर कहा था, ‘यह उन सभी लोगों की एक अहम जीत है जो सस्ते और ठीक ढंग से काम करने वाले उत्पाद चाहते हैं.’

एक अन्य मुकदमे में गूगल ने माइक्रोसॉफ्ट पर पेटेंट के एवज में अरबों डॉलर की राशि का भुगतान नहीं करने का दावा किया था जिसे इस साल के शुरू में अदालत ने खारिज़ कर दिया था. अमरीकी जिला जज जेम्स रॉबर्ट ने कहा कि भुगतान की उचित दर 18 लाख डॉलर है, जो माइक्रोसॉफ्ट के अनुमान से मामूली ज्यादा है, लेकिन मोटोरोला की प्रतिवर्ष चार अरब डॉलर की मांग से काफी कम है. यह ताजा मामला दोनों कंपनियों के बीच जारी विवाद का ही एक हिस्सा था. माइक्रोसॉफ्ट, गूगल के फ्री एंड्रॉएड ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करने वाले सभी हैंडसेट निर्माताओं से लाइसेंस फीस की मांग कर रही थी. इस विवाद ने वैश्विक पेटेंट युद्ध का रूप ले लिया था, जिसमें एप्‍पल, सैमसंग और नोकिया जैसी कंपनियां भी कूद पड़ी थीं.

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