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ढाई साल के अपने काम पर नीतीश मांगें वोट : मोदी

पटना : भाजपा ने शुक्रवार को नीतीश सरकार की विफलताओं का रिपोर्ट कार्ड जारी किया. पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के सरकारी आवास पर जारी रिपोर्ट कार्ड का टैग लाइन है ‘सात साल में बढ़ी रफ्ताऱ, ढाई साल में बंटाधार’. पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी नाकामी छुपाने के लिए […]

पटना : भाजपा ने शुक्रवार को नीतीश सरकार की विफलताओं का रिपोर्ट कार्ड जारी किया. पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के सरकारी आवास पर जारी रिपोर्ट कार्ड का टैग लाइन है ‘सात साल में बढ़ी रफ्ताऱ, ढाई साल में बंटाधार’. पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी नाकामी छुपाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 27 जुलाई को 10 साल का रिपोर्ट कार्ड जारी किया.
उन्हें तो भाजपा के सरकार से हटने के बाद के ढाई साल का रिपोर्ट कार्ड जारी करना चाहिए और सरकार को अपने ढाई साल के काम के आधार पर पर जनता के बीच जाना चाहिए. इस मौके पर भाजपा के सहयोगी दल का कोई नेता उपस्थित नहीं था. पार्टी ने 68 पन्नों की पुस्तिका भी जारी की.
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले ढाई साल में बिहार हर मोरचे पर पिछड़ गया. दो साल में एक भी नयी योजना की शुरुआत नहीं हुई. भाजपा के सरकार से अलग होने के बाद नीतीश कुमार ने बिहार को राजनीतिक अस्थिरता के दलदल में फंसा दिया. उन्होंने चुनौती दी कि सरकार अपने ढाई साल का एक भी बेहतर काम बता दे. मुख्यमंत्री ने इन ढाई साल में सिर्फ अगुआनी पुल का शिलान्यास किया. वह भी दो बार.
2005 में जब भाजपा-जदयू की सरकार बनी, तो उसकी मजदूरी जनता ने 2010 में दी, लेकिन नीतीश कुमार अपने अहंकार के खातिर उस जनादेश का अपमान किया. इस बार जनता उन्हें मजदूरी नहीं देगी, बल्कि दंडित करेगी. अपराध जबरदस्त तरीके से बढ़ा. विकास दर घट कर आधी हो गयी. बिहार विदेशी पर्यटकों के मामले में टॉप टेन की सूची से बाहर हो गया. कृषि विकास की दर भी कम हो गया. निगरानी के बारे में पटना हाइकोर्ट की टिप्पणी किसी से छुपी नहीं है.
विधानसभा में विरोधी दल के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि नीतीश कुमार एनडीए की उपलब्धि को अपनी उपलब्धि बता रहे हैं. सरकार अपनी रिपोर्ट कार्ड में सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी की है. उसे दो साल की विफलताओं पर चर्चा करनी चाहिए. सरकार की प्राथमिकता इन दो साल में सरकार बचाने की रही, न कि विकास की.
प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने इस मौके पर नीतीश कुमार को बहुरूपिया बताते हुए कहा कि उन्हें अब सिर्फ ढाई साल के कार्यकाल के आधार पर वोट मिलेगा.
पिछले ढाई साल में राज्य में आधारभूत संरचनाओं को मजबूत करने व बनाने की योजना ठप है. कानून का राज समाप्त हो गया. किसान आत्महत्या कर रहे हैं. बिहार की जनता झांसे में आनेवाली नहीं है.

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