पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि बिहार भूकंप के दृष्टिकोण से बेहद संवेदनशील है और बीते कई वर्षो से वह लोगों को इसको लेकर सतर्क रहने की सलाह देते रहे है. नीतीश कुमार ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अब भी लोगों को यह बात समझ नहीं आ रहा है कि मकान भूकंपरोधी बनने चाहिए. उन्होंने कहा कि बीते अप्रैल माह में भूकंप का झटका लगने के बाद अब लोग इसकी जरूरत महसूस करने लगे है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों को जापान से सबक लेने की जरूरत है जहां हर व्यक्ति भूकंप से अपना बचाव करने में सक्षम है.
शिक्षा विभाग की तरफ से गांधी मैदान में शुक्र वार को विद्यालय स्कूल जागरूकता पखवाड़ा का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को भूकंप, बाढ़, तूफान, ओलावृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदाओं को ङोलना पड़ता है. इसे रोक पाना संभव नहीं है, लेकिन जागरूकता के जरिये नुकसान को कम किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बच्चों को प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूक करने के लिए प्रत्येक वर्ष चार जुलाई को विद्यालय सुरक्षा जागरूकता दिवस मनाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि भूकंप के लिहाज से बिहार काफी संवेदनशील है, आधा हिस्सा जोन पांच में आता है. उन्होंने कहा कि अप्रैल में आये भूकंप का केंद्र अगर पटना होता तो इससे करीब पांच लाख लोग प्रभावित होते. उन्होंने कहा कि इसी को ध्यान में रखते हुए लोगों को प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य के तहत इस कार्यक्रम की शुरु आत की गयी है.
उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि यह तभी कारगर हो सकता है जब सभी बच्चे इससे अवगत हों क्योंकि बच्चों में सीखने व जानने की प्रवृति अधिक होती है. बच्चों को अगर प्राकृतिक आपदा की जानकारी दे दी जाए तो वे न सिर्फ स्वयं बल्किदूसरों की सुरक्षा कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत दो करोड़ से अधिक बच्चों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है. इस दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष भूकंप से बचाव का मॉक ड्रिल भी प्रदिर्शत किया गया.