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सजने लगा कोयलांचल में बम भोले शंकर बाबा के मंदिरों का द्वार

आसनसोल : सावन माह एक अगस्त (शनिवार) से शुरू होगा. बाबा भोलेनाथ को पहले दिन जलाभिषेक करने के लिए काफी संख्या में भक्त कोयलांचल से सुलतानगंज के लिए रवाना होने लगे हैं. शनिवार को बाबा को जलाभिषेक करेंगे. इस बार चार सोमवारी व्रत हैं. पहला सोमवारी तीन अगस्त, दूसरा सोमवारी 10 अगस्त, तीसरा सोमवारी 17 […]

आसनसोल : सावन माह एक अगस्त (शनिवार) से शुरू होगा. बाबा भोलेनाथ को पहले दिन जलाभिषेक करने के लिए काफी संख्या में भक्त कोयलांचल से सुलतानगंज के लिए रवाना होने लगे हैं. शनिवार को बाबा को जलाभिषेक करेंगे. इस बार चार सोमवारी व्रत हैं. पहला सोमवारी तीन अगस्त, दूसरा सोमवारी 10 अगस्त, तीसरा सोमवारी 17 अगस्त व चौथा सोमवारी 24 अगस्त को है, जो अंतिम सोमवारी होगा. 29 अगस्त को रक्षाबंधन है. इस दिन सावन माह का समापन हो जायेगा.
आज से नियम निष्ठा शुरू
31 जुलाई (शुक्रवार) को गुरु पूर्णिमा है. इसी दिन से सावन मास की नियम निष्ठा शुरू हो जायेगी.स्थानीय शनि मंदिर के मुख्य पुजारी तुलसी तिवारी के अनुसार इस दिन शाम 4.34 बजे तक पूर्णिमा है और इसके बाद प्रतिपदा लग जायेगी, जो एक अगस्त को दिन के 2.36 बजे तक रहेगी.
गुरुवार को व्रत की पूर्णिमा है. सावन माह में व्रत 10 अगस्त को कामिका एकादशी, 17 अगस्त को हरियाली तीज, 19 अगस्त को नाग पंचमी, 26 अगस्त को पुत्रदा एकादशी व 29 अगस्त को रक्षा बंधन है.
ऐसे करें बाबा का जलाभिषेक
उन्होंने कहा कि बाबा को जलाभिषेक करना काफी सरल है. हर दिन गंगाजल से जलाभिषेक किया जा सकता है. शुद्ध जल से भी बाबा का जलाभिषेक होता है. जलाभिषेक के वक्त ‘ओम नम: शिवाय’ अथवा ‘महामृत्युंजय मंत्र’ का जाप करते रहना चाहिए. जल में मधु, शक्कर, गन्‍नों का रस, दूध, दही, पंचामृत, घी, अक्षत, तिल व सरसों का तेल, फूल, गुड़ आदि सामग्री से जलाभिषेक किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि एक अगस्त को गौरी सानिध्य में भगवान रहेंगे. इसका फल शुमार है.
चार अगस्त को कैलाश पर्वत में रहेंगे, सात अगस्त को गौरी सानिध्य, 10 अगस्त को कैलाश पर्वत, 11 अगस्त को वृषभ, 16 अगस्त को गौरी सानिध्य, 19 अगस्त को कैलाश पर्वत, 24 अगस्त को गौरी सानिध्य, 27 अगस्त को कैलाश पर्वत पर रहेंगे. इस दिन ‘महामृत्युंजय जाप’ व ‘रुद्राभिषेक’ का विशेष महत्व है. कुछ विद्वानों का मानना है कि सावन में किसी भी दिन महामृत्युंजय जाप व रुद्राभिषेक कराया जा सकता है.
गुरु पूर्णिमा आज, मंदिरों में तैयारी
शुक्रवार को गुरु पूर्णिमा है. कोयलांचल के विभिन्न मंदिरों में सारी तैयारियां कर ली गयी है. मंदिरों को सजाया जा रहा है. विशेष श्रृंगार की व्यवस्था की गयी है. बाबा के वस्त्र और पगड़ी की खरीदारी हो रही है. मंदिरों की साफ-सफाई भी करायी जा रही है. फूल के साथ ही बड़े-बड़े माला के ऑर्डर दिये गये हैं. भजन कीर्तन होगा. लापुंग में भक्तों ने बैठक कर तैयारी की समीक्षा की. उचित प्रबंध करने का निर्णय लिया गया. भोग-भंडारा की भी समीक्षा की गयी.
चूड़ियों, साड़ियों से सजा बाजार
बाजार में हरा और गेरुआ रंग छाने लगा है. हरी चूड़ियां, डिजाइनर साड़ी व लाइट वर्क की साड़ियां भी बाजार में आ गयी है. लड़कियां व महिलाएं मेहंदी के लिए एडवांस बुकिंग करा रही हैं. दुकानदारों के अनुसार बिक्री में तेजी आ गयी है.
मेहंदी में खास डिजाइन का क्रेज
सावन में मेहंदी लगाने की परंपरा रही है. युवतियां हो या घरेलू महिलाएं सभी मेहंदी को लेकर क्रेजी रहती हैं. मेहंदी एक्सपर्ट अनुपमा गोयल कहती हैं कि युवतियां सावन में मेहंदी लगाना ज्यादा पसंद करती हैं. इस बार हर डिजाइन में कुछ खास होगा. अरेबियन, राजस्थानी, जयपुरी, दुल्हन मेहंदी के अलावा साधारण डिजाइन की मेहंदी सावन में लगायी जा सकती है.
लहठी और बाला
हरे रंग की चूड़ियां, लहठी व बाला की कई रेंज बाजार में उपलब्ध हैं. प्लेन, वर्क वाली और फैंसी हरी चूड़ियों की भी डिमांड बढ़ गयी है. विभिन्न बाजारों में ग्राहकी बढ़ गयी है. चूड़ी बिक्रेता अमित मोदी का कहना है कि सावन के लिए विभिन्न रेंज की चूड़ियां बाजार में आयी हैं. लड़कियों के लिए ग्रीन बाला और ब्रेसलेट है. नयी दुल्हन के लिए हरे व लाल रंग की लहठी उपलब्ध है. प्लेन चूड़ी की कीमत 20 रुपये और डिजाइनर व प्रिंटेड चूड़ी 30 रुपये (डब्बा) से शुरू है. लहठी की कीमत 250 रुपये से शुरू है.
हरे प्रिंटेड साड़ी की डिमांड
हरे रंग की साड़ियां भी बाजार में उपलब्ध है. दुकान संचालकों का कहना है कि इस बार प्रिंटेड सिफोन व कॉटन साड़ी की डिमांड ज्यादा है. प्लेन बॉर्डरवाली हरी साड़ी, लहरिया डिजाइन, बंधनी डिजाइन, प्रिंटेड भी खास है. लाइट जड़ी वर्क में भी डिजाइनर साड़ी उपलब्ध है. इसकी कीमत 500 रुपये से 2000 रुपये के बीच है.
गेरुआ रंग से पटा बाजार
श्रद्धालुओं के लिए गेरुआ रंग के वस्त्र विभिन्न दुकानों में सजगये हैं. गेरुआ झोला, मोबाइल बैग, हाफ पैंट, गमछा, टी शर्टआदि से बाजार पटा हुआ है. कांवर भी मिल रहा है. लोग खरीदारी में जुट गये हैं.
यह है कीमत
मोबाइल बैग – 20 से 50 रुपये.
हाफ पैंट – 100 रुपये से शुरू.
गमछा – 70 रुपये से शुरू.
झोला – 50 रुपये से शुरू.
टी शर्ट – 150 रुपये से शुरू.

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