बाकू (अजरबेजान) : एशियाई खेलों के चैंपियन विकास कृष्णन (75 किग्रा) और राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता मनोज कुमार (64 किग्रा) ने आज यहां एआईबीए विश्व क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचकर रियो ओलंपिक खेलों के लिये अपनी सीट पक्की की. मनोज ने ताजिकिस्तान के राखिमोव शवकात्जोन को क्वार्टरफाइनल में 3-0 से जबकि विकास ने कोरिया के ली डोंगयुन को इसी अंतर से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनायी.
मनोज अब वह कल होने वाले सेमीफाइनल में ब्रिटेन के यूरोपीय चैम्पियन पैट मैकोरमैक से भिड़ेंगे जिन्होंने क्वार्टर फाइनल में फ्रांस के एमजीले हसन को शिकस्त दी थी. दूसरी तरफ विकास का मुकाबलो तुर्कमेनिस्तान के अचिलोव अर्सलानबेक से होगा जिन्होंने क्वार्टर फाइनल में इटली के कावलैरो सालवातोर को हराया. विकास और मनोज के क्वालीफाई करने से अब रियो ओलंपिक में जगह बनाने वाले भारतीय मुक्केबाजों की संख्या तीन हो गयी है. शिव थापा (56 किग्रा) ने मार्च में एशियाई क्वालीफायर्स के जरिये रियो की टिकट हासिल की थी.
मनोज ने कहा, ‘‘भारतीय मुक्केबाजी के हालात जिस तरह के हैं, उसे देखते हुए मैं राहत महसूस कर रहा हूं कि मैंने रियो ओलंपिक खेलों के लिये क्वालीफाई कर लिया है. टीम पर काफी दबाव था और मुझे खुशी है कि मैंने अच्छा प्रदर्शन किया. ” उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोचों, खेल मंत्रालय, राष्ट्रीय कोचिंग स्टाफ, भारतीय खेल प्राधिकरण और अपने निजी कोच व बड़े भाई राजेश का शुक्रिया अदा करता हूं. उनके प्रयासों ने मुझे यहां तक पहुंचने में मदद की. ”
राष्ट्रीय कोच गुरबक्श सिंह संधू ने आज के मनोज के प्रदर्शन को दबदबे भरा करार किया. संधू ने कहा, ‘‘मनोज ने सभी तीनों राउंड में दबदबा बनाया और दिमाग से मुक्केबाजी करते हुए जीत दर्ज की तथा खेलों के लिये क्वालीफाई किया. विकास ने भी इसी तरह का प्रदर्शन किया और आसानी से अपने प्रतिद्वंद्वी को हराया.” विकास का हालांकि कल सेमीफाइनल में उतरना संदिग्ध है क्योंकि उनके चेहरे पर चोट लग गयी है. मनोज और विकास दोनों ने 2012 लंदन ओलंपिक खेलों में भी शिरकत की थी. मनोज क्वार्टरफाइनल में और विकास शुरुआती दौर में हार गये थे.